एक साल से बंदी का शिकार टेनरियों के दुख-दर्द को सुनने व समझने के लिए औद्योगिक उत्पादन विकास आयुक्त की बैठक में कई फैसले लिए गए। कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई तय समय से भी पहले कराने के निर्देश दिए गए। उन्नाव की बंद चल रही सात टेनरियों को तत्काल खोलने का फरमान सुनाया गया।
शुक्रवार को लखनऊ में औद्योगिक उत्पादन विकास आयुक्त (आईआईडीसी) ने टेनरियों की दिक्कतों को लेकर बैठक बुलाई। इसमें जल निगम के एमडी, यूपीएसआईडीसी के एमडी, यूपीएसआईडीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक, मुख्य प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी, मेगा लेदर क्लस्टर के सीईओ अशरफ रिजवान, किंग्स इंटरनेशनल के ताज आलम, शेख शाहिद और इ्रफ्तखारुल अमीन आदि टेनरी मालिक थे। आईआईडीसी ने उनसे पूछा कि चमड़ा उद्योग में क्या दिक्कतें आ रही हैं। टेनरियां कैसे आसानी से चलें? इसके जवाब में कारोबारियों ने कहा कि देश में विदेशी मुद्रा देने वाले प्रमुख सेक्टरों में से एक लेदर सेक्टर है। पिछले एक साल में ये उद्योग बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है। पहली बार लेदर सेक्टर की ग्रोथ रेट माइनस में चली गई है। रोजगार खत्म हो रहे हैं। कारोबार खत्म हो रहा है।
इसपर आईआईडीसी ने जल निगम से कहा कि 36 एमएलडी के सीटीपी में 27 एमएलडी सीवर का पानी और 9 एमएलडी टेनरी का है। सीटीपी को चलाइए। सफाई का काम 20 अक्टूबर से पहले और पहले पूरा कराइए। पहले ही टेनरी सेक्टर को बहुत नुकसान हो चुका है। टेनरी कारोबारियों ने कहा कि बंथर की टेनरियां खुल गई हैं। उन्नाव की सात टेनरियां नहीं खुली हैँ। इस पर आईआईडीसी ने आदेश दिया कि आज ही सात टेनरियां खुल जानी चाहिए। शाम तक उन्नाव की सातों टेनरियां खोलने का आदेश जारी कर दिया गया।