झांसी : दरोगा की मौत के बाद आया ट्रांसफर का आदेश,एक साल पहले लगाई थी अर्जी

झांसी। दरोगा संजीव ने एक साल पहले अपने ट्रांसफर की अर्जी लगाई थी। दरअसल उनकी मां बीमार थीं और वह पास में रहकर उनकी सेवा करना चाहते थे। लेकिन तबादला नहीं हुआ और इसी माह 10 नवंबर को मां का निधन हो गया। संजीव के करीबी पुलिस वालों का कहना है कि मां की मौत के बाद संजीव टूट गए थे। वह बार-बार मां को याद करके रोने लगते थे। इसी टेंशन में वह बीमार रहने लगे। ब्लडप्रेशर भी बढ़ जाता था।दरोगा संजीव कुमार जादौन को करीब से जानने वाले महकमे के लोगों का कहना है वह काफी शांत स्वभाव के थे। पूरी ईमानदारी के साथ ड्यूटी किया करते थे। एक साल पहले जब ट्रांसफर की अर्जी लगाई थी तब साथियों से कहा था कि घर जाकर मां की सेवा करनी है। उनका इलाज कराना है। संजीव ने जब तबादले के लिए प्रार्थना पत्र दिया था तो साथी दरोगा को बताया था कि दस से बीस दिनों के भीतर वह अपने जिले बुलंदशहर या फिर किसी करीब के जिले में चले जाएंगे। लेकिन समय बीतता गया और कोई तबादले का आर्डर नहीं आया। इससे संजीव निराश रहने लगे। लेकिन मां के निधन के बाद से वह खामोश से रहने लगे थे। सोमवार को जब वह पुलिस चौकी पर बैठे थे तब अचानक सीने में तेज दर्द होने लगा। इलाज के लिए दिल्ली तक ले जाया गया मगर बचाया नहीं जा सका। संजीव के निधन से पुलिस महकमा दुखी है। हर किसी का कहना है कि अगर उनका ट्रांसफर हो जाता तो शायद आज यह स्थिति न होती।
