कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज परिसर बना आवारा पशुओं का अड्डा
कुमारगंज।लगभग डेढ़ वर्ष पूर्वआचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज में लगभग 75 से 80 प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी यह दावा किया जा रहा था कि प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों के आने से सुरक्षा व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन हो जाएगा एवं परिसर आवारा पशुओं के आतंक से मुक्त हो जाएगा परंतु ऐसे सभी दावे विश्वविद्यालय के लिए खोखले साबित हो रहे हैं।विश्वविद्यालय परिसर में चारों तरफ आवारा पशु घूमते देखे जा सकते हैं परिसर वासियों का सड़क पर निकलना खतरे से खाली नहीं है ये आवारा पशु परिक्षेत्र में भी घूस कर अनुसंधान की फसलों को भी तहस-नहस कर देते हैं ।
विश्वविद्यालय प्रशासन पर लाखों रुपए अतिरिक्त व्यय भार बढ़ जाने के बावजूद स्थित विश्वविद्यालय की जस की तस बनी हुई है
तहकीकात करने पर पता चला की विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पूर्ण रूप से अनजान एवं अप्रशिक्षित प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों के हवाले कर सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ किया जा रहा है।जब इसके सम्बन्ध में प्रभारी सुरक्षाधिकारी डांं ऋषिकेश से बात की गई तो उन्होंने की हम छुट्टी पर है ।इसके लिए डां सीएन राम से बात करे उन्ही चार्ज पर है।