अयोध्या : डीएम साहेब ! क्या आंगनबाड़ी के इन नौनिहालों को नही लगती ठंड..?
परिषदीय व इन्टर कालेज में अवकाश पर आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अफसरों ने नही दिया निर्देश,अयोध्या जिले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अवकाश न होने से ठंड के शिकार हो रहे नौनिहाल।
मवई(अयोध्या) ! डीएम साहब ? क्या परिषदीय व इन्टर कालेज स्कूल में जाने वाले बच्चों के लिए शीतलहर और गरीब के बच्चों के लिए गर्मी का मौसम है ? क्या गरीब के बच्चों को ठंड नहीं लगती है ? एक ही चश्में से आपको दो तरह के दृश्य क्यों दिख रहे ? मवई ब्लॉक क्षेत्र में स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंचने के बाद वहां पर मिले एक अभिभावक ने अपनी बातों को कुछ इसी अंदाज में कहा।अभिभावकों का कहना था कि मौसम की मार से अगर उनके बच्चों को कुछ हो गया तो जवाबदेह कौन होगा ?
बता दे कि अचानक मौसम में हुए बदलाव से बढ़ी हाड़कपाऊँ भीषण ठंड को लेकर जिला प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया है। प्रशासन का तर्क है कि कड़ाके की ठंड का असर कहीं स्कूली बच्चों पर न पड़ जाए।जिला प्रशासन के इस निर्णय को लेकर जिले के अभिभावकों सहित समाज के बुद्धिजीवियों ने काफी सराहना कि।लोगों ने माना कि हाड़ कंपकंपा देने वाली ठंड से स्कूली बच्चों को राहत मिलेगी।लेकिन जिला प्रशासन की नजर जिले में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों पर शायद नहीं पड़ी।प्रशासन के नजर से देखें तो शायद आंगनबाड़ी केंद्र जाने वाले बच्चों को ठंड नहीं लगती।
भीषण ठंड में 19 हजार 793 नौनिहालों का ठिठुर रहा बचपन
जिले के मवई ब्लॉक क्षेत्र के रानीमऊ में स्थित महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय से मिले आंकड़ो पर गौर करे तो बताया जाता है कि मवई क्षेत्र में कुल 167 आंगनबाड़ी केंद्र है।जिसमे पढ़ने वाले बच्चों की संख्या लगभग 19 हजार 793 है।सोंचने वाली बात तो ये है कि अगर इन गरीब बच्चों को भरपेट भोजन उन्हें घर पर ही मिल जाता तो क्या वे इस कंपकंपा देने वाली ठंड में आंगनबाड़ी केंद्र जाते ? ये बड़ा यक्ष प्रश्न क्षेत्र के बुद्धिजीवियों के हैं। इनका मानना है कि अगर जिला प्रशासन पहल करे तो कुछ भी संभव है।
अभिभावकों की मांग,बच्चों पर रहम करे सरकार
मवई क्षेत्र के अभिभावक रमेश यादव जगदीश रामसुमिरन मैनुद्दीन फरहान खान रामफेर अवधेश कुमार आदि लोगों ने जिला प्रशासन से आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि ठंड से ठिठुरते बच्चों को देख हर कोई सरकारी सिस्टम को कोस रहा है।
बयान
“आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने या समय परिवर्तन का कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है।हालांकि भीषण ठंड में मासूम बच्चों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।”
अमिता वर्मा प्रभारी सीडीपीओ मवई
“ठंड में जिस प्रकार स्कूलों को बंद कर दिया गया, उसी प्रकार आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद करना उचित होगा। जिला प्रशासन को इस दिशा में तत्काल पहल करना चाहिए।”
राजीव तिवारी ब्लॉक प्रमुख मवई