अयोध्या : परिषदीय विद्यालयों के 48 भवनों होगा कायाकल्प तो जर्जर 127 भवनों का होगा ध्वस्तीकरण-डीएम
अयोध्या। बेसिक शिक्षा के प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के परिसर, क्लास रूम एवं शौचालय के कायाकल्प कराने के साथ अध्यापकों की शत प्रतिशत उपस्थिति तथा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारनें के पश्चात् जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बेसिक शिक्षा विभाग के सभी ब्लाकों के प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों का पुनः सर्वे कराकर मरम्मत योग्य तथा जर्जर भवनों को चिन्हित कराकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पाण्डे से रिर्पोट मांगी थी। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी तथा आरईडी के जूनियर इंजीनियर की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बुलाकर मरम्मत योग्य सभी 48 विद्यालयों जिसमें विकास खण्ड रूदौली के 22, अमानीगंज 05, मया के 03, हरिग्टनगंज के 01, मिल्कीपुर के 03, सोहावल के 14 विद्यालय सम्मिलित है कि मरम्मत कायाकल्प योजना में उपलब्ध बजट से तत्काल कराने के निर्देश खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं आरईडी के जे0ई0 को दिये है। उन्होनें कहा कि मरम्मत के समय गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है और इस कार्य को शीघ्र पूरा कराया जाये, किसी प्रकार की शिथिलता न बरतें। उन्होनें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रतिदिन इसकी समीक्षा करने के निर्देश दिए तथा कायाकल्प योजना से कार्य कराने के पूर्व तथा कार्योपरान्त फोटोग्राफ भी मंगाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के कुल 127 विद्यालय के जर्जर भवनों को ध्वस्तीकरण योग्य पाया गया, जिसमें अमानीगंज ब्लाक के 11, बीकापुर के 06, हरिग्टनगंज के 07, मया के 17, मसौधा के 11, मवई के 15, मिल्कीपुर के 05, पूराबाजार के 10, सोहावल के 23, तारून के 21 तथा नगर क्षेत्र के 01 विद्यालय सम्मिलित है। जिलाधिकारी ने इन जर्जर विद्यालयों के भवनों को ध्वस्तीकरण/गिराने का आदेश एक सप्ताह में जारी करने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं सम्बन्धित सहायक को दिये है। उन्होनंे कहा कि इन जर्जर भवनों को गिराने से जो र्भी इंट निकले उसका प्रयोग विद्यालय के बाउण्ड्रीवाल, शौचालय के निर्माण तथा कैम्पस में जहां भी कीचड़ हो या पानी लगता हो वहां पिछाने तथा विद्यालय के रास्ते में खड़जा के रूप में सद् उपयोग किया जा सकता है। ईंट के सद् उपयोग के अंश को ध्वस्तीकरण आदेश में सम्मिलित कर जारी किया जाये। उन्होनें कहा कि जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण का कार्य विद्यालय के अवकाश के दिनों मे कराया जाये ताकि किसी भी बच्चें को कोई चोट आदि न लगने पाये। उन्होनें कहा कि ध्वस्तीकरण के फोटोग्राफ एवं वीडियो पत्रावली में संरक्षित की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि अगले 15 दिन में यह सभी कार्य करा लिये जायें, तदपश्चात बैठक में पुनः इसकी समीक्षा मेरे द्वारा की जायेगी। बैठक में जिलाधिकारी ने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के जो जे0ई0 बैठक में उपस्थित नहीं थे उनसे स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिये। बैठक में मनरेगा के उपायुक्त नागेन्द्र मोहन त्रिपाठी ने कहा कि यदि विद्यालय की बाउण्ड्री बनवाई जाती है तो उसमें मनरेगा से कार्य कराया जा सकता है। बैठक में उपायुक्त मनरेगा नागेन्द्र मोहन त्रिपाठी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पाण्डे, बीडीओ अमानीगंज/जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह, नगर शिक्षा अधिकारी संजय कुमार गुप्ता, खण्ड शिक्षा अधिकारी सोहावल/मया शियाराम वर्मा, खण्ड शिक्षा अधिकारी पूरा/मवई अरूण कुमार वर्मा, खण्ड शिक्षा अधिकारी रूदौली यज्ञनरायण वर्मा, खण्ड शिक्षा अधिकारी मसौधा उदयभान यादव, खण्ड शिक्षा अधिकारी बीकापुर/तारून रमाकान्त मौर्य, खण्ड शिक्षा अधिकारी अमानीगंज कमला प्रसाद, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग तारून ब्लाक के जे0ई0 आलोक कुमार वर्मा, मसौधा संदीप कुमार यादव सहित अन्य ब्लाक के जे0ई0 उपस्थित थे।