लखनऊः सीएए के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन,112 पर एफआईआर दर्ज
लखनऊ
उत्तर प्रदेश पुलिस लखनऊ समेत अलग अगल शहरों में चल रहे नागरिकता संसोधित कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए रास्ते तलाश रही है। लखनऊ के अलावा कानपुर, प्रयागराज, बरेली व कुछ अन्य शहरों में महिलाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन करने की खबर है। पुलिस के लिए सबसे बड़ा सर दर्द पुराने लखनऊ में घंटाघर के सामने धरने पर बैठी महिलाएं हैं। इन महिलाओं को हटाने और धरने से उठाने के लिए अब तक किए गए प्रयास विफल रहे हैं।
सीएए के समर्थन में 21 जनवरी को लखनऊ में अमित शाह की रैली है। उससे पहले इस धरने को समाप्त कराने के लिए पुलिस हर स्तर पर प्रयास करेगी।
गणतंत्र दिवस और को देखते हुए लखनऊ में पुलिस आयुक्त की ओर से शनिवार को ही धारा 144 लागू की जा चुकी है। अब तक 112 लोगों के खिलाफ एफआईआर की
जा चुकी है।
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लखनऊ में प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए अतिरिक्त महिला पुलिस की मदद ली जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इन महिलाओं की टीम बनाकर देर रात धरने पर बैठी महिलाओं की संख्या कम होने पर उन्हें समझा बुझा कर या बल पूर्वक हटाने का प्रयास किया जा सकता है। प्रदर्शनकारियों के लिए ले जाए जा रहे कंबल को जब्त करने को लेकर सोशल मीडिया पर पुलिस की काफी थू-थू हो चुकी है। ऐसे में पुलिस कोई भी कदम उठाने से पहले उसके सारे पहलुओं पर गौर कर रही है। उधर, रविवार को भी कुछ उलेमाओं ने भी धरने पर बैठी महिलाओं को धरना समाप्त करने की अपील की, जिसका कोई असर नहीं हुआ।
जिला पुलिस को अपने स्तर से निपटने के निर्देश
इस बाबत डीजीपी ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि जिन जिलों में महिलाओं द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है, उससे स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। उनका कहना है कि फिलहाल कहीं से भी किसी तरह के हिंसक प्रदर्शन की खबर नहीं है।