योगी सरकार में UP में गिरा अपराध का ग्राफ, आंकड़ों में आई कमी,जारी किए आंकड़े
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर बोले गए हमले के जवाब में अब यूपी सरकार की तरफ से आंकड़े पेश कर सफाई दी गई है. सरकार के मुताबिक योगी आदित्यनाथ के शासन में उत्तर प्रदेश में अपरोधों की दर में कमी आई है. सरकार ने आंकड़े जारी कर दावा किया है कि हर क्षेत्र में अपराध में कमी आई है.
दरअसल, अखिलेश यादव ने एनसीआरबी और केंद्र सरकार की रिपोर्ट का हवाला देकर महिला अपराध, बाल अपराध, साइबर अपराधों में यूपी को नंबर एक बताया था, जिस पर सरकार ने 2017 और 2019 के आंकड़े जारी कर अखिलेश को जवाब दिया है. जिसके मुताबिक साल 2017 के सापेक्ष 2019 के अपराधों डकैती में 53.7 प्रतिशत, लूट में 44.5 प्रतिशत, बलवा में 38.1 प्रतिशत, हत्या में 14.5 प्रतिशत व बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में 33.06 प्रतिशत की कमी आयी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालते हुए उत्तर प्रदेश के अपराध में भारी कमी आई है. आंकड़ों के मुताबिक जनवरी से दिसंबर 2016 के बीच पूरे साल में 4679 हत्याएं हुईं, जबकि योगी सरकार में यह घटकर 3294 रह गई है. आंकड़ों के मुताबिक साल-दर साल योगी सरकार में अपराध घटे हैं.
सरकार के वक्त एक साल में (वर्ष 2016) हत्या, डकैती, लूट, बलात्कार और दहेज मृत्यु के 14,980 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि योगी सरकार में जनवरी से लेकर 15 नवंबर 2019 तक 10,064 मामले दर्ज हुए हैं. सपा सरकार की तुलना में भाजपा सरकार में करीब 5000 मामले कम हुए हैं. विगत तीन साल में 43 नये थानों, 18 नई चौकियों, 69 नए अग्निशमन केंद्रों व लगभग 80,349 नई भर्तियां पुलिस विभाग में की गई हैं.
महिला उत्पीड़न संबंधी अपराध 01 अप्रैल 2017 से 31 दिसंबर 2019 तक
आंकड़ों के मुताबिक बलात्कार- साल 2017 से 2019 तक 10384, जबकि साल 2016 से 2018 तक 11047, दहेज मृत्यु- साल 2017 से 2019 तक 6973, जबकि साल 2016 से 2018 तक 7008, शीलभंग- साल 2017 से 2019 तक 35365, जबकि साल 2016 से 2018 तक 33206, अपहरण- साल 2017 से 2019 तक 40314, जबकि साल 2016 से 2018 तक 40632. वहीं POCSO ACT के अपराधों में सजा की बात करें तो साल 2018 में मृत्यु दंड- 02, आजीवन कारावास-67 व अन्य सजा – 420 हुई हैं. वहीं 2019 में मृत्युदंज- 03, आजीवन कारावास-152 व अन्य सजा 585 हुई हैं.
योगी सरकार में ऐसे घटे अपराध
हत्या : वर्ष 2016 में 4679 हत्याएं हुईं. वर्ष 2017 में 4324 हत्याएं, वर्ष 2018 में 4018 हत्याएं और जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर 2019 तक 3294 हत्याएं हुईं.
डकैती : वर्ष 2016 में 263 डकैती हुई. वर्ष 2017 में 251 डकैती, वर्ष 2018 में 144 डकैती के मामले आए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर 2019 तक 91 डकैती के मामले दर्ज किए गए हैं.
लूट : वर्ष 2016 में 4118 लूट की घटनाएं हुई. वर्ष 2017 में 4131 लूट, वर्ष 2018 में 3218 लूट के मामले हुए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर 2019 तक 1982 लूट के मामले दर्ज किए गए हैं.
बलात्कार : वर्ष 2016 में 3481 मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में 4272 मामले, वर्ष 2018 में 3946 मामले आए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर 2019 तक 2553 मामले दर्ज किए गए हैं.
दहेज मृत्यु : वर्ष 2016 में 2439 मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में 2543 मामले, वर्ष 2018 में 2444 मामले आए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर 2019 तक 2144 मामले दर्ज किए गए हैं.