वाराणसी के बेनिया मैदान को शाहीन बाग बनाने की कोशिश, खदेड़ने पर चले ईंट-पत्थर
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ यूपी समेत देशभर में प्रदर्शन जारी है. इसका प्रभाव पीएम मोदी के संसदीय झेत्र वाराणसी में भी देखने को मिला जहां जिले मे धारा 144 लगी होने के बावजूद महिलाओं ने बेनियाबाग मैदान को शाहीन बाग बनाने की कोशिश की, वहीं पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनपर पत्थरबाजी की गई. पुलिस ने कुछ पुरूषों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि महिलाओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
वाराणसी के बेनियाबाग मैदान को गुरुवार की सुबह नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पहले आठ दस महिलाओं का दल पहुंचा और मैदान में तख्तियां लेकर धरना शुरू कर दिया. मैदान में उनके लिए पहले से ही दरी आदि बिछाई गई थी. महिलाओं के प्रदर्शन की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस भी पहुंच गई. पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन महिलाएं उठने को तैयार नहीं हुईं. इसी बीच मैदान के बाहर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया. वह लोग भी अंदर आना चाहते थे लेकिन पुलिस ने रोक दिया. लोगों की तादाद बढ़ने लगी तो अधिकारियों को सूचना दी गई.
कुछ देर में ही एसएसपी और डीएम भी कई थानों की पुलिस व भारी फोर्स के साथ पहुंच गए. महिला पुलिसकर्मियों की मदद से महिलाओं को जबरिया हटाने की कोशिश शुरू हो गई. उनको हिरासत में लेने की कोशिश की गई तो बाहर खड़ी भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर ईंट पत्थर फेंकने शुरू कर दिए.
वहीं इस मामले पर डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि सभी के फोटोग्राफ ले लिए गए. पहचान के बाद सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बैनिया बाग मैदान पूरी तरह से खाली है. इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. वाराणसी की क्राइम ब्रांच को भी बेनियाबाग मैदान बुलाया गया है.