निजामुद्दीन बना दिल्ली का दूसरा शाहीनबाग,गाड़े गए तंबू
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग का मुद्दा गरमाता जा रहा है। भाजपा ने ‘शाहीन बाग कौन किधर अभियान’ चलाने का फैसला कर मामले को और हवा दे दी है। इसी बीच दिल्ली में एक और जगह निजामुद्दीन में शाहीन बाग की ही तरह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। बारापुला फ्लाइओवर के पास निजामुद्दीन में शिवजी मंदिर के पास प्रदर्शनकारियों ने धरना देकर प्रशासन के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है।
हालांकि शाहीन बाग की तरह यहां पर रोड ब्लॉक नहीं किया गया है। अन्य जगहों की तरह इस प्रदर्शन में भी महिलाओं और बच्चों ने ही कमान संभाल रखी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांग मानते हुए नागरिकता संशोधन अधिनियम वापस नहीं लेती है, उनका विरोध जारी रहेगा।
निजामुद्दीन के विरोध प्रदर्शन में शामिल इरशाद ने अमर उजाला को बताया कि हम व्यापक स्तर पर सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार अपनी मनमर्जी नहीं कर सकती है। उसे करोड़ों देशवासियों की आवाज सुननी पड़ेगी। हमें अचा्नक आजादी के 70 सालों के बाद अचानक हमसे कोई हमारे वजूद का सबूत नहीं मांग सकता।