केरल के युवक ने दुबई में मांगी नौकरी, कंपनी ने कहा- शाहीन बाग जाओ बिरयानी खाओ

दिल्ली के शाहीनबाग (Shaheenbagh) में नागरिकता संशोधन एक्ट (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ (Against) हो रहा विरोध प्रदर्शन (Protest) पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है. ऐसा ही एक मामला केरल (Kerala) में सामने आया है. जहां दुबई में नौकरी (Job in Dubai) मांगे पर एक युवक को ऐसा जवाब मिला, जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी.
युवक को कंपनी ने सलाह दी कि वह नौकरी के बजाय दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में जाकर सीएए (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन करे. बता दें कि दक्षिणी दिल्ली (South Delhi) के शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले साल दिसंबर (December) महीने से लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
दरअसल, केरल के रहने वाले 23 साल के अब्दुल्ला एसएस (Abdulla SS) ने मैकेनिकल इंजीनियर (Mechanical Engineerin) की पढ़ाई की है. उन्होंने इसी पोस्ट के लिए दुबई में अप्लाई किया था. दुबई के अखबार द गल्फ न्यूज के मुताबिक वहां एक कंसल्टेंसी फर्म के सीनियर अधिकारी जयंत गोखले ने अब्दुल्ला को ईमेल करते हुए लिखा, “मैं सोच रहा था कि आपको नौकरी की क्या जरूरत है? दिल्ली जाओ और वहां शाहीन बाग में चल रहे धरने में शामिल हो जाओ. हर दिन आपको मुफ्त में एक हजार रुपये मिलेंगे. इसके अलावा मुफ्त में बिरयानी. चाय, खाना और मिठाइयां भी मिलेंगी.”
गोखले का ये ई-मेल अब सोशल मीडिया में वायरल हो गया है. हालांकि कैच हिंदी इस मेल की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. गल्फ न्यूज़ के मुताबिक, अब्दुल्ला का कहना कि वह इस मेल को देखकर हैरान हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कोई कैसे इस तरह की बातें लिख सकता है.
अब्दुल्ला का कहना है कि उसने इस मेल को कुछ दोस्तों के साथ शेयर किया था, जो बाद में वायरल हो गया. उन्होंने कहा कि वह इस पर किसी तरह का विवाद नहीं चाहते हैं. उन्हें बस नौकरी की जरूरत है. सोशल मीडिया में इस मेल के वायरल होने के बाद कुछ यूजर्स कंपनी के अधिकारी गोखले के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि वो धर्म के आधार पर नौकरी में भेदभाव कर रहे हैं.
हालांकि गल्फ न्यूज से बातचीत में गोखल ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि वह बीमार हैं और उनके मेल को लोग जबरदस्ती का मुद्दा बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मेल के जरिये उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था, उन्होंने कहा कि, “मैंने अब्दुल्ला से पहले ही माफी मांग ली है”.
