अयोध्या के रौनाही में सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में राम मंदिर निर्माण के लिए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गठन का ऐलान किया तो योगी सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. इस पांच एकड़ जमीन पर सुन्नी वक्फ बोर्ड मस्जिद बनाए या फिर कुछ और यह फैसला उसे करना है. राम मंदिर के ट्रस्ट की तर्ज पर बोर्ड ने भी ट्रस्ट बनाने का फैसला किया है, जिसके लिए ‘इंडो इस्लामिक कल्चर ट्रस्ट’ (आईआईसीटी) नाम भी तय कर लिया है.
योगी सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या के रौनाही में धन्नीपुर गांव में पांच एकड़ जमीन देने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. यह पांच एकड़ जमीन लखनऊ अयोध्या हाई-वे पर अयोध्या से करीब 20 किलोमीटर पहले है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राम मंदिर-बाबरी मस्जिद केस में जमीन दी जा रही है. सुन्नी वक्फ बोर्ड इस जमीन पर मस्जिद बनाए या कुछ और.
मुस्लिम समुदाय बाबरी मस्जिद के बदले मिलने वाले वाली पांच एकड़ जमीन को लेने के लिए एकमत नहीं थे. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सहित तमाम मुस्लिम संगठन पहले ही जमीन लेने की बात को अस्वीकर कर चुके हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह जमीन अयोध्या की पंच कोसी परिक्रमा से पूरी तरह से बाहर ही नहीं, बल्कि काफी दूर है.