लखनऊ:तहखाने में चल रहा था अवैध कॉलसेंटर,बेच रहे थे कामोत्तेजक दवाई,13 गिरफ्तार
लखनऊ (Lucknow) में पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. दरअसल, पुलिस ने कॉल सेंटर की आड़ में यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाओं को बेचने वाली कम्पनी का खुलासा किया है. पुलिस ने जब यहां छापा मारा तो वहां मौजूद युवकों में भगदड़ मच गई. इस दौरान कुछ युवक भागने में सफल रहे लेकिन पुलिस ने 12 युवकों को गिरफ्तार कर लिया. मौके से 18 लैपटॉप, 30 हैंडफोन, 20 माउस, 4 कीबोर्ड, 20 लैपटॉप चार्जर, एक हार्डडिस्क, 2 राउटर और 2 बंडल लैन केबल बरामद किया है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ (Lucknow) की तालकटोरा पुलिस ने DCP वेस्ट के कुशल नेतृत्व में एक बड़ा खुलासा किया है. दरअसल, राजाजीपुरम के सी-ब्लॉक में ललित श्रीवास्तव का दो मंजिला मकान है. इस मकान को तीन माह पहले मुम्बई के मालाड़ पश्चिम खरोड़ी निवासी सांई सुन्दर सरोज राव ने 62 हजार रुपये किराए पर लिया था. पुलिस को इस मकान में रहने वाले युवकों के बारे में संदिग्ध जानकारी मिली. खबर के अनुसार कई लोग मकान के बेसमेंट (तहखाना) से एक अवैध कॉल सेंटर चला रहे थे, जहां से वीओआईपी (वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) के माध्यम से लोगों को इंटरनेट कॉल कर के यौन वर्धक दवाओं को बेचा जाता था.
खबर मिलते ही लखनऊ (Lucknow) पुलिस ने वहां छापा मारा तो वहां मौजूद युवकों में भगदड़ मच गई. इस दौरान कुछ युवक भागने में सफल रहे लेकिन पुलिस ने 12 युवकों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने रेड डालकर मुंबई के रहने वाले मेहराम, फरहान शेख, उमर, शाहबाज, आसिफ शेख, सैयद वकार अब्बास, महमूद शेख, मेघालय के इकरामुल हुसैन, नीरज थापा, सोमेंद्र और लखनऊ के यामीन को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह का सरगना मुंबई का साईं सुंदर सरोज राव बताया जा रहा है. लखनऊ से पुलिस टीम सरगना की गिरफ्तारी के लिए मुंबई रवाना हो गई है
कई युवक हुए फरार
हालाँकि इस छापेमारी में पुलिस अभी कॉलसेंटर के नेटवर्क से जुड़े असली लोगों तक नहीं पहुंच सकी है. छापेमारी में एक भी दवा नहीं मिली. न ही पता चला कि दवाओं को कैसे ग्राहकों तक पहुंचाया जाता था और उनसे कितने रुपये लिए जाते थे. पुलिसकर्मियों को देखकर संदिग्ध युवकों ने पड़ोस में स्थित नाले में छलांग लगा दी. अंधेरा और पुलिस बल की कमी का फायदा उठाकर ये युवक वहां से भाग निकले.