बाराबंकी : अव्यवस्थाओं के बीच सम्पन्न हुआ निष्ठा प्रशिक्षण

8 फरवरी से शुरू हुई निष्ठा 2 मार्च को सम्पन्न,चार चरणों में दिया गया प्रशिक्षण, लाखों खर्च
दरियाबाद(बाराबंकी) ! दरियाबाद ब्लाक की निष्ठा प्रशिक्षण अव्यवस्थाओं के बीच आखिरकार सम्पन्न हो गई। चार चरणों में करीब साढ़े पांच सौ शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में शासनादेश की धज्जियां उड़ाई गई तो वहीं शिक्षकों के भोजन के लिए आएं धन में मेन्यू के अनुसार लजीज व्यंजन न बनवाकर धनराशि में खेल किया गया। गुणवत्ता से भी समझौता हुआ।
दरियाबाद ब्लाक की निष्ठा प्रशिक्षण दुल्हदेपुर स्थित महाविद्यालय में आयोजित हुई। यहां पर प्रत्येक चरण के शिक्षकों को पांच दिवसीय निष्ठा प्रशिक्षण दिया जाना था। चार चरणों में 554 शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए चरणों में बांटा गया। 8 फरवरी से शुरू हुई निष्ठा प्रशिक्षण 2 मार्च को सम्पन्न हुई। यहां पर निष्ठा में शासनादेश को दरकिनार किया गया। व्यवस्था के नाम पर आएं लाखों रुपए के बजट को खानापूरी कर बंदरबांट किया गया। अव्यवस्थाओं के बीच चारों चरण की निष्ठा प्रशिक्षण सम्पन्न हुई। शिक्षकों ने जब-जब व्यवस्था पर नाराजगी जताई, सिर्फ आश्वासन दिया गया।
यह खिलाया गया भोजन :
29 फरवरी : चावल, दाल, छोला, पूड़ी, आलू मिक्सी सब्जी, सलाद, पापड़, रायता व मिठाई में लड्डू दिया गया।
28 फरवरी : पूड़ी , दाल, आलू मटर की सब्जी, सलाद, रॉयत व मीठे में दो रसगुल्ले गया था। सुबह के नाश्ते में चाय, पकौड़ी, शाम के नाश्ते में चाय बिस्कुट मिला।
26 फरवरी : छोला, मिक्सपूड़ी, चावल, रायता, पापड़ व इमरती, सलाद
कई ने नहीं लिया प्रशिक्षण, प्रमाण पत्र देने की तैयारी :
सूत्रों की माने तो प्रशिक्षण में कई शिक्षकों ने कोरम भी पूरा नहीं किया। प्रशिक्षण लेने में दिलचस्पी की बात दूर कई शिक्षक पहुंचे ही नहीं। प्रशिक्षण में नदारद रहने वाले शिक्षकों की आगामी चरण में प्रशिक्षण के लिए आदेश भी जारी हुए। मगर अंतिम चरण में भी कई शिक्षक नदारद रहे। बतातें हैं कि उनको भी प्रमाण पत्र देने की तैयारी है।
. . . तो मास्साब की थाली पर डाका :
शासन ने निष्ठा प्रशिक्षण में शिक्षकों को लजीज भोजन के लिए प्रत्येक दिन दो सौ रुपए निर्धारित किए थे। सरकार ने शिक्षकों की थाली का पूरा ख्याल रखा, लेकिन शिक्षकों की थाली पर निष्ठा के जिम्मेदारों ने डाका डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शासन के मेन्यू के अनुसार विद्यालयों में एमडीएम न बनवाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने वाले निष्ठा में शासन के मेन्यू के अनुसार भोजन न बनने पर चुप्पी साधे बैठे है। जिम्मेदारों की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। निष्ठा में भोजन की गुणवत्ता व मेन्यू से इतर होने पर शिक्षक को नाराजगी भी जतानी पड़ी है।
प्रति चरण प्रशिक्षण को मिला धन :
पांच दिवसीय प्रत्येक चरण के प्रशिक्षण पर डेढ़ लाख भोजन पर, स्टेशनरी पर 15 हजार, प्रशिक्षण हाल का किराया 30 हजार, सहायक सामग्री तीन हजार, स्वच्छता पर पांच हजार, डीजल व फोटो ग्राफी पर 5 हजार। वहीं मल्टी प्रोजेक्टर एक लाख बीस हजार, डेस्कटॉप आदि एक लाख 35 हजार, इन्वर्टर 40 हजार, कुर्सी टेबल 50 हजार, जनरेटर दो लाख तीस हजार, फोटो कॉपी मशीन के लिए एक लाख रुपए मिले।
