अयोध्या : दहशत के साये में सांस ले रहे पटरंगा मखदूमपुर वासियों के लिए राहत भरी खबर
ट्रामा सेंटर दर्शननगर में आइसोलेट किए गए मौलाना परिवार में से बेटे की आई रिपोर्ट,डॉक्टरों ने बताया रिपोर्ट में आया कोरोना निगेटिव,मरकज कमेटी के तबलीकी जमात में शामिल होने की आशंका में मखदूमपुर के 25 लोगों को प्रशासन ने किया आइसोलेट।
पटरंगा(अयोध्या) ! विकासखण्ड मवई के मखदूमपुर वासियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक राहत भरी खबर आई है।कोरोना वाइरस की आशंका में प्रशासन द्वारा मंगलवार की दोपहर मखदूमपुर के मदरसा संचालक मौलाना शरीफ सहित 25 लोगों को घर से उठाकर दर्शननगर ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया।इसके बाद तो मानो मखदूमपुर व आस पास गांवो के ग्रामीणों में मानों कोरोना का दहशत ही समां गया।दहशत के साये में ग्रामीण किसी तरह रात काटी और सुबह से ही लोग एक दूसरे से मौलाना परिवार का हाल जानने में लग गए।और दोपहर होते स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई रिपोर्ट के बाद लोगों ने राहत भरी सांस ली।सीएचसी मवई अधीक्षक डा0 रविकांत वर्मा ने बताया अभी तक मौलाना परिवार के बेटे की रिपोर्ट आई है।जिसमें कोरोना वाइरस निगेटिव पाया गया है।
बताते चले कोरोना वायरस महामारी के फैलाव के बीच दिल्ली में निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात में पटरंगा के लोग भी शामिल होने की आशंका थी।कोराना से संक्रमित मुस्लिम स्कॉलरों के पकड़े जाने व दिल्ली में खुलासे के बाद पुलिस व प्रशासन यहां भी सक्रिय हो गया था।जिसके बाद आईपीएस पुलिस क्षेत्राधिकारी निपुण अग्रवाल की अगुवाई पटरंगा पुलिस ने जमात में शामिल लोगों की तलाश तेज कर दी गई है।कि मंगलवार की दोपहर पुलिस को मखदूमपुर गांव में मौलाना शरीफ के आने की भनक लगी।इसके बाद पटरंगा एसओ भारी पुलिस बल के साथ मख्दूमपुर स्थित मदरसा पहुंचे।और संचालक मो. शरीफ भी जमात में शामिल होने से संबंधित पूँछताक्ष करने लगे।हालांकि उनका बार बार कहना रहा कि वह 17 मार्च को ही यहां वापस आ गए थे।जबकि पुलिस को मिली रिपोर्ट के मुताविक उनकी वापसी 23 मार्च को आने की बात सामने आई है।ऐसे में मौलाना शरीफ उनके परिवार व पड़ोसी सहित 25 लोगों को उनके मर्जी के मुताविक घर से निकालकर दर्शनगर स्थित ट्रामासेन्टर ले जाकर आइसोलेट कर दिया गया।हालांकि इस बीच बुधवार की दोपहर सीएचसी मवई द्वारा राहत भरी खबर सुनाई गई कि मौलाना पुत्र की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।जबकि मौलाना शरीफ की रिपोर्ट देर शाम तक नही आ सकी थी।जिसके बाद गांव वालों ने हल्की राहत की सांस ली।फिरहाल ग्रामीणों को मौलाना शरीफ की कोरोना रिपोर्ट का इंतजार है।