अलीगढ़ में सामूहिक नमाज की सूचना पर गई पुलिस के साथ हुई मारपीट
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के बन्नादेवी थाना क्षेत्र में पुलिस पर पथराव कर उन्हें घायल करने का मामला सामने आया है। सराय रहमान की तकिया वाली मस्जिद में गुरुवार की शाम ईशा की नमाज पढ़ने के लिए कुछ लोग इकट्ठा हुए थे। ऐसे में जब पुलिस उन्हें रोकने गई तो उन लोगों ने पुलिस को घेरकर उनपर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
अचानक हुई पत्थरबाजी में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने किसी तरह खुद को बचाया। सूचना मिलते ही फोर्स भी मौके पर पहुंच गई, तब जाकर हालात काबू में आए। देर रात तक क्षेत्र में पुलिस का फ्लैग मार्च जारी रहा। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना गुरुवार की रात 8 बजे की है।
सूत्रों के मुताबिक, सराय रहमान इलाके की तकिया वाली मस्जिद पर 25 से 30 लोग नमाज अदा करने के लिए पहुंचे थे। चौकी रघुवीर पुरी के इंचार्ज दीपक कुमार को सूचना मिली तो वह दो लैपर्ड कर्मियों (शिवम और विक्रांत) के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लॉकडाउन का हवाला देकर अपने-अपने घरों में नमाज पढ़ने की अपील की। इस पर पुलिस से नोकझोंक शुरू हो गई।
इस बीच किसी ने ये अफवाह फैला दी कि पुलिस ने मौलाना पीटा और उन्हें जबरन थाने ले गई है। अफवाह फैलते ही लोगों का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने पुलिस को घेर लिया और छत के ऊपर से पथराव शुरू कर दिया। सूचना पर सीओ द्वितीय पंकज श्रीवास्तव और इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार दुबे, गांधीपार्क थाने की फोर्स सहित इलाके में पहुंच गए। देहली गेट, सासनी गेट व सिविल लाइंस से भी फोर्स पहुंच गई। इसके बाद हालात पर काबू पाया जा सका।
द्वितीय पंकज श्रीवास्तव के मुताबिक चौकी इंचार्ज की ओर से घटना के संबंध में तहरीर दी गई है। करीब 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही घायल दोनों सिपाहियों व चौकी इंचार्ज का उपचार भी कराया जा रहा है।