अयोध्या : कोविड-19 के संक्रमित की संख्या में वृद्धि हुई है लेकिन जन सामान्य परेशान न हो-डीएम

अयोध्या ! संकट की घड़ी में व्यक्ति अपने वतन, अपने शहर, अपने गांव, लौटना चाहता है। गाॅव लौटने पर ही वह अपने आपको को सुरक्षित मानता है। इस जनपद के निवासी जो अपने व परिवार के जीवकोपर्जन के लिए अन्य प्रांतों में मेहनत मजदूरी के लिए बड़ी संख्या में गए थे, कोरोना वायरस के इस संकटकाल में वापस आ रहे हैं। इससे किसी को भी परेशान एवं घबराना नहीं चाहिए यह सत्य है कि विगत दो-तीन दिनों में जनपद में कोविड-19 के संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि हुई है इसे लेकर जन सामान्य परेशान न हो।जिला प्रशासन ने सभी के उपचार के लिए दवा से लेकर हर तरह की व्यवस्था पहले से कर रखी है।यह बाते जिलामजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने कलेक्ट्रेट में देर रात तक चली बैठक में अधिकारियों के मध्य साझा करते हुए लोगों तक जिला प्रशासन द्वारा की गई। क्षेत्रीय अधिकारियों को सर्विलांस टीम एक्टिव करने के साथ संपर्क में आए सभी व्यक्तियों को होम कोरंटाइन करने या कोरंटाइन सेन्टर भेजने के निर्देश देते रहे। दूसरी तरफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी कोरोना से संक्रमित मिले व्यक्तियों के उपचार शुरू करने के बाबत जानकारी दे रहे थे। बैठक के दौरान सभी अधिकारी शांत भाव से सभी व्यवस्था में लगे थे। देर रात्रि 8 बजे तक सभी के उपचार शुरू हो जाने के बाद बैठक में अगले दिन की रणनीति की तैयारी के साथ समाप्त हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार, नगर आयुक्त नीरज शुक्ला, अपर जिलाधिकारी नगर डा0 वैभव शर्मा, वित्त एवं राजस्व श्री गोरेलाल शुक्ला, प्रशासन संतोष कुमार सिंह, सीआरओ पीडी गुप्ता,सीएमओ घनश्याम सिंह, डीएसओ सोमनाथ यादव व उपायुक्त आशुतोष सिंह सहित कई अधिकारी उपस्थित होकर जानकारियाॅ दे रहे थे।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी मांगी। मनरेगा की जानकारी देते हुए डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन त्रिपाठी ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि जनपद में 796 ग्राम पंचायतों में 1626 स्थलों पर मनरेगा के कार्य चल रहे हैं ,जिस में प्रतिदिन 75200 श्रमिक कार्य कर रहे हैं, इसमें प्रवासी श्रमिक कि संख्या 16598 सम्मिलित है ।अब तक 523998 मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है। सम्प्रति 9326 नए जॉब कार्ड प्रवासी श्रमिकों के बनाए गए हैं । अन्य प्रांतों से आ रहे प्रवासी श्रमिकों के भी जॉब कार्ड निरन्तर बनाए जा रहे हैं और उनके स्किल के हिसाब से मनरेगा के तहत उन्हें कार दिया जा रहा है।
नए राशन कार्ड बनाने के विषय में मांगी गई जानकारी पर जिला पूर्ति अधिकारी श्री सोमनाथ यादव ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि 12945 नए राशन कार्ड की फीडिंग की गई है ,जो सॉफ्टवेयर में लोड हो चुका है और स्वीकृत हो गया है। इसकी जानकारी संबंधित लाभार्थियों को एसएमएस के माध्यम से दे दी गई है ।उन्होंने आगे बताया कि 1893 राशन कार्ड के आवेदन पत्र ऐसे हैं जिनमें लगा आधार कार्ड की डुप्लीकेसी की गई है। फल स्वरूप संबंधित साफ्टवेयर दुवारा राशन कार्ड को स्वीकृत नहीं किया जा रहा है ।आ रहे प्रवासी श्रमिकों के राशन कार्ड के बाबत मांगी गई जानकारी पर डीसी मनरेगा ने बताया कि आ रहे प्रवासी श्रमिकों में से मात्र 851 लोगों के राशन के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं ।जिनका सत्यापन कार्ड करा लिया गया है और उनके अस्थाई राशन कार्ड जारी किए जा रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में अब तक 58806 श्रमिक आ चुके हैं और मात्र 851 राशन कार्ड के आवेदन प्राप्त होने की संख्या उचित प्रतीत नहीं होती है । इस संदर्भ में जिला मजिस्ट्रेट ने सभी खंड विकास अधिकारियों की बैठक बुलाकर एक प्रमाण पत्र देने को कहा है जिसमें उनके द्वारा आए हुए प्रवासी श्रमिकों के सापेक्ष अस्थायी राशन कार्ड जारी करने के आवेदन पत्र की संख्या अंकित करने के निर्देश दिए हैं।
