अयोध्या : खनन माफियाओ के आगे प्रशासन हुआ फ़ेल बिना ओटीपी नदी से शुरु हो गया बालू खनन
अयोध्या ! अवैध कारोबार के मुहिम मे मसहूर रुदौली तहसील जिले में हमेशा सुर्खियों मे रहती है। चाहे नदी से वालू निकालना हो चाहे, अवैध मिट्टी खनन या फिर जमीन का फर्जी वाडा के साथ साथ गाव मे अवैध कब्जा ने अपना पैर पसार रखा है। यहा पर न तो शासन व न्यायालय का आदेश भी इन दंबगो के सामने फीका पड़ जाता है। ताजा मामला तहसील के बालू घाट मरोचा मे देखने को मिला।जहा पर जिले से खनन की आेटीपी मिलने के दो दिन पहले ही बालू माफियाओ ने खनन शुरू कर दिया।इतना ही नही अबैध तरीके से नदी की धारा को मुह मोडकर पुल भी बना दिया गया। और हजारो घन मीटर बालू माफियाओ द्वारा डंप कर दी गयी लेकिन तहसील व पुलिस महकमा को भनक तक नही लगी।बालू डंप करने को लेकर क्षेत्र मे चर्चा का विषय बनते ही स्थानीय प्रशासन की कुम्भकरणी नींद टूट गयी और आनन-फानन मे कानून गो हल्का लेखपाल के साथ पहुचे और अबैध पुल को ढहाते हुए डम्प बालू को नदी में समाहित कर दिया।राजस्व निरीक्षक विश्वनाथ सिंह ने बताया कि मरौचा घाट का ठेका गुड़िया पत्नी बुधराम के नाम से जारी हुआ है। खनन पट्टा जारी होने के पश्चात बगैर सीमांकन के ही सरयू नदी की धारा को रोककर ठेकेदार द्वारा पुल बनाकर नदी के इस पार भारी मात्रा में बालू डम्प करना बेहद निराशा जनक है।साथ ही बताया कि राजस्व टीम नदी पर बने पुल को देखकर दंग रह गई बॉस व बल्ली के सहारे लगभग सौ मीटर पुल बनकर बालू का अबैध खनन किया जा रहा था।ठेकेदार द्वारा भारी मात्रा बालू भी बिक्री के लिये डम्प की जा चुकी थी।राजस्व टीम द्वारा जेसीबी द्वारा पुल को ढहा कर अबैध बालू को नदी में समाहित करने का दावा राजस्व निरीक्षक का है। बडा सवाल यह है कि पल पल की खबर रखने वाली पुलिस मित्र को भी इसकी भनक तक नही लग सकी।वही दूसरी घटना गौरियामऊ गाव की है।जहा पर अवैध खनन की शिकायत हुई और अवैध खनन को रोकने पहुंची पुलिस भी खनन माफियाओ के आगे फ़ेल हो गयी। और बिना खनन बंद कराए बैरक वापस आ गया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि खनन माफिया दबंग व मनबढ किस्म के व्यक्ति है जो अपने दबगई के बल पर 5 दिनों से ट्राली से दूसरे के खेत से जबरन मिट्टी उठा रहे है। गांव के राम भवन के दरवाजे से मिट्टी लेकर जाते हैं ट्राली कई बार रामभवन के दीवार में टकरा गई। विरोध करने पर रामभवन को खनन माफिया ने भद्दी भद्दी गालियां देने लगा व जान से मारने की धमकी दी। राम भवन को डर व्याप्त गया घर छोड़कर भाग गए घर पर उनकी बीवी व दो छोटे छोटे बच्चे हैं बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है।वही पारा पहाड़ पुर गांव के दर्जनों लोगो ने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया।राजितराम,रामदेव कांशीराम, रामकरन,रमेश कुमार व देवता प्रसाद सहित लोगों ने बताया कि राजेश पुत्र कुट्टी,राम चरन व बुधराम पुत्रगण राम गोपाल ने सरकारी अभिलेख मे तालाब दर्ज गाटा संख्या 1106,1107 पाट कर पूरे गांव की जल निकासी बंद करने का आरोप है। जबकि तालाब व सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराने का आदेश न्यायालय व शासन दोनों ने दे रखा है लेकिन वर्षों से एक ही तहसील मे जमे हल्का लेखपाल व चौकी थाने पर तैनात पुलिस कर्मियो के आगे आदेश भी बौना साबित हो रहा है।एसडीएम विपिन कुमार सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में जांच कर कार्यवाही की जायेगी