अयोध्या : जनपद मे 35 निजी चिकित्सालयो मे आपातकालीन सेवाएं-डीएम
अयोध्या। प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुसार कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी सीएसआर के तहत कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम व संक्रमण काल के दौरान आकस्मिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा रहे सरकारी एवं निजी चिकित्सालयो को निःशुल्क पीपीई किट व एन 95 मास्क उपलब्ध कराने हेतु एचसीएल फाउंडेशन द्वारा जनपद में 2 हजार पीटीई किट व 1 हजार एन 95 मास्क उपलब्ध कराया गया । जिसका निःशुल्क वितरण कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला मजिस्ट्रेट श्री अनुज कुमार झा ने करते हुए आगे बताया कि सरकार व शासन की मंशानुसार सरकारी एवं वे सभी 35 निजी चिकित्सालयों के साथ आयुष्मान योजना में इंपैनल्ड निजी चिकित्सालय(जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान आकस्मिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं)के डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ जो कोरोना वैरियर के रूप में कार्य कर रहे हैं के मनोबल व उत्साह में वृद्धि हेतु पीपीई किट व एन 95 माक्स का निःशुल्क वितरण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री का उद्देश्य है कि आम जनता को सरकारी चिकित्सालयो के साथ सभी निजी चिकित्सालय भी आम जनता को आकस्मिक सेवाएं यथा हार्ट ,डायलिसिस, आपरेशन आदि की चिकित्सा सेवा उप्लब्ध करायेउन्होंने कहा कि आगे भी इसी प्रकार निजी चिकित्सालयों को उनके मांग पत्र पर उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग केंद्र द्वारा पीपीई किट व एन 95 मास्क उपलब्ध कराया जाएगा। जो निजी चिकित्सालय आयुष्मान योजना के तहत इनबिल्ट व चिन्हित हैं को 50 प्रतिशत अनुदान पर तथा अन्य निजी चिकित्सालयों को लागत मूल्य पर पीपीई किट व एन 095 मास्क उपलब्ध कराया जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित निजी चिकित्सालयों के डॉक्टर्स से कहा गया कि वे समस्त मेडिकल प्रोटोकॉल का अनुपालन स्वयं करते हुए उनके चिकित्सालय में आने वाले सभी मरीजों को भी प्रोटोकॉल मास्क पहनना, हैंड वाशिंग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के लिए कहा।जिलाधिकारी ने उपस्थित चिकित्सकों को कहा कि प्रत्येक स्थिति में मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन होना चाहिए जिससे न तो चिकित्सालय में संक्रमण होने पाए और न ही इलाज के लिए आए मरीजों में संक्रमण फैलने पाए। यदि मरीजों एवं उनके साथ आए लोगों द्वारा प्रोटोकाल का पालन नहीं किया जाता है तो ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन को तुरंत अवगत कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि निजी चिकित्सालय को मरीजों को आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु सदैव तत्पर रहना चाहिए। यह एक मानवीय संवेदनाओं से भरा कार्य है।