गाजीपुर: गैंगरेप पीड़िता ने फांसी लगाकर दी जान, पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजिपुर जिले में पुलिस की कार्रवाई से क्षुब्ध एक गैंगरेप पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। युवती का शव फांसी के फंदे से लटका पाया गया। जानकारी के मुताबिक, बीते मंगलवार की रात युवती से गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था। पीड़िता और उसके परिजन मामले की शिकायत करने पुलिस के पास गए। आरोप है कि पीड़ित परिवार बुधवार रात तक थाने में ही बैठा रहा, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। यह भी आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के परिजनों को थाने बुलाकर सुलह करवाने की कोशिश की।
घर में अकेली थी युवती, तभी गांव के दो युवक आए
मामला कासिमाबाद थानाक्षेत्र का है। 20 वर्षीय युवती के परिजन मंगलवार रात किसी काम से बाहर गए थे और देर शाम तक नहीं लौटे। युवती घर में अकेले थी, इसी दौरान गांव के ही दो युवक किसी बहाने से घर में घुस आए और तमंचे के बल पर गैंगरेप किया। परिजनों के आने पर युवती ने आपबीती सुनाई तो घरवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। युवती के पिता सबसे पहले युवकों के घर पहुंचे, लेकिन दोनों वहां नहीं मिले। परिजनों ने उल्टा पीड़िता के पिता काे धमकाना शुरू कर दिया। बुधवार सुबह युवती के पिता उसे लेकर कासिमाबाद थाने पहुंचे और मामले की शिकायत की।
पुलिस की कार्रवाई, पंचायत के तानों से परेशान हो गई पीड़िता
आरोप है कि पुलिस ने तहरीर ली, लेकिन जांच की बात कहते हुए टरका दिया और कई घंटे बीत जाने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़िता और उसके परिजन दोबारा थाने पहुंचे तो पुलिस ने दूसरे पक्ष काे बुलाकर मामला निपटाने का प्रयास किया। इसके बाद थाने पर ही पंचायत चली। युवती किसी भी तरह के दबाव में नहीं आई तो दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। युवती और उसके पिता युवकों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए देर शाम तक थाने में बैठे रहे। इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टे युवती को ही कई बातें सुनने को मिलती रहीं। देर शाम तक युवती थाने पर ही रही और आरोपियों को गिरफ्तार किये बगैर जाने को तैयार नहीं हुई।