अमेठी:पहली बारिश में ही टपकने लगा नवनिर्मित गौरीगंज रेलवे स्टेशन
अमेठी : करोड़ो रुपये की लागत से बनाए गए गौरीगंज रेलवे स्टेशन की छत सात माह में ही टपकने लगी। इससे भवन निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगा है।
जिला मुख्यालय स्थित रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद वर्ष 2019 के नवंबर माह में केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति इरानी ने भवन का उदघाटन करने के साथ ही स्टेशन पर वाई-फाई का शुभारंभ किया था। जिससे गौरीगंज रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों को सहूलियत मिल सके। किन्तु उनकी मंशा पर कार्यदाई संस्था के अधिकारियों ने पानी फेर दिया। रेलवे स्टेशन के निर्माण में की गई मानकों की अनदेखी के चलते भवन मानसून की पहली बरसात तक न झेल सका। टपकती छत ने निर्माण में की गई अनियमितता की पोल खोल दी। भवन की छत टपकने लगी है, तो वहीं प्लास्टर भी उखड़ रहा है। इतना ही नहीं प्रवेश द्वार की टाइल्स खड़खड़ाने लगी हैं। प्रतीक्षालय में पानी भर जाता है।
प्लेटफॉर्म पर नहीं हैं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था
रेलवे स्टेशन पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था तक नहीं हैं। अस्थाई शौचालय में टोटी खराब पड़ी है। गनीमत ये है कि कोविड-19 के चलते स्टेशन से एक भी यात्री ट्रेन नहीं गुजर रही। अन्यथा की स्थिति में यात्रियों को ढेर सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता। हाल यह हैं कि भवन निर्माण संस्था साइडिग में मिट्टी तक नहीं भरवाई। जिससे रेलवे कर्मियों को आने-जाने में समस्या होती है।
-संस्था के अधिकारियों को दिखाई गईं कमियां
स्टेशन अधीक्षक बाबूलाल मीणा ने बताया कि छत टपकने की बात को लेकर निर्माण संस्था के अधिकारियों को अवगत करा दिया है। उन्होंने जल्द ठीक कराये जाने की बात कही है।