पूर्व CM अखिलेश के शहीदों के मजाक पर सोशल यूजर ने दिया करार जवाब
कानपुर में बदमाशों को पकड़ने गई (Kanpur Encounter) पुलिस टीम पर किए गए हमले में सीओ और एसओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए तथा 7 जवान घायल हो गए. मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री औऱ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कानून व्यवस्था पर योगी सरकार को जमकर घेरा. वहीं इस दौरान एक कार्टून को लेकर बीजेपी पर हमलावर अखिलेश खुद चौतरफा घिर गए. जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर लानत भेजी गई. इस दौरान यूपी के पूर्व डीजीपी का अखिलेश को दिया गया जवाब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
@yadavakhilesh जी, 'पिता' से सियासी मुठभेड़ जैसी 'मासूम' नहीं होती है ज़मीन पर मुठभेड़!
आप क्या जानें कि कैसे गरीब के लड़के समाज की रक्षा के लिए मुठभेड़ को अंजाम देते हैं…शहीद होते हैं।
इतना 'अपराधी प्रेम' कि पुलिस कर्मियों की शहादत को भी अपमानित कर डाला।
शर्म करिए… https://t.co/8oO97106fj
— Brij Lal (@BrijLal_IPS) July 4, 2020
दरअसल, अखिलेश यादव शुक्रवार को बीजेपी पर निशाना साधने के चक्कर में पुलिसकर्मियों की शहादत का मजाक उड़ा बैठे. सपा सुप्रीमों ने बीबीसी न्यूज द्वारा बनाया अपमानजनक कार्टून अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया जो कि बेहद आपत्तिजनक था. ट्वीट सामने आते ही सोशल यूजर्स भड़क गए औऱ अखिलेश यादव को खूब लानत भेजी. सोशल यूजर्स ही नहीं अखिलेश के ट्वीट से पूर्व आईपीएस और यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल (Brij Lal) भी आहत हो गए. उन्होंने ट्विटर पर अखिलेश यादव की ऐसी क्लास ली कि उनका ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. ट्वीट के लिए लोग उन्हें शाबाशी देने लगे गए. बृजलाल एऩकाउंटर स्पेशलिस्ट रहे हैं जिन्होंने करीब 300 एनकाउंटर की अगुवाई की जिनमे 300 से अधिक अपराधियों को मार गिराया.
बता दें कि अखिलेश यादव पर इससे पहले भी जवानों की शहादत का मजाक उड़ाने के आरोप लगे हैं. बीते साल मई महीने में पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करके हमारे कई जवान शहीद कर कर दिए, मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “यूपी, मध्य प्रदेश, दक्षिण भारत हर जगह से जवान शहीद हुए हैं, लेकिन को कोई गुजरात का जवान शहीद हुआ है, हो तो बताओ”. इस बयान को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अखिलेश यादव की निंदा की थी.
ट्विटर पर अखिलेश के ट्वीट को कोट करते हुए बृजलाल ने लिखा, “अखिलेश यादव जी, ‘पिता’ से सियासी मुठभेड़ जैसी ‘मासूम’ नहीं होती है ज़मीन पर मुठभेड़! आप क्या जानें कि कैसे गरीब के लड़के समाज की रक्षा के लिए मुठभेड़ को अंजाम देते हैं…शहीद होते हैं। इतना ‘अपराधी प्रेम’ कि पुलिस कर्मियों की शहादत को भी अपमानित कर डाला. शर्म करिए…”