अयोध्या : वाराणसी व सोनभद्र कृषि विज्ञान केंद्रों की मिली अनुमति

कुमारगंज ! आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र व वाराणसी में सेंटर आफ एक्सीलेंस के अंतर्गत पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों को फल एवं सब्जी परिरक्षण व इनके वैल्यू एडीसन तकनीकी का ज्ञान पहुंचाने व तकनीकी रूप से समृध्दिशाली बनाने की दृष्टि से महत्वाकांक्षी योजना को आखिर मूर्त रूप मिल गया है। वाराणसी व सोनभद्र कृषि विज्ञान केंद्रों पर इस कार्य हेतु अत्याधुनिक प्रोसेसिंग लैब की स्थापना का कार्य प्रारम्भ हो गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने कार्यभार ग्रहण करते ही कृषि विज्ञान केंद्रों को उनके जनपदों व छेत्रीय स्थितियों के अनुरूप कार्य करने के लिए अपनी पहचान बनाने के लिए परियोजनाएं बनाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में वाराणसी व सोनभद्र ने फल एव सब्जी परिरक्षण पर कार्य करने की परियोजना प्रस्तुत की थी जिसके क्रम में दोनों केंद्रों के लिए डेढ़ करोण की परियोजना स्वीकृत हो चुकी है तथा दोनों केंद्रों के लिए लैब स्थापना हेतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में 25-25 लाख रुपये आवंटित भी हो गए हैं। इस लैब की स्थापना के बाद प्रदेश के किसानों को फल एव सब्जी परिरक्षण के साथ साथ इनसे बनने वाले खाद्य एवं पेय पदार्थों को बनाने व संरक्षित करने की अत्याधुनिक तकनीकी की ट्रेनिग दी जाएगी तथा जो किसान इस कार्य को उद्योग के रूप में अपनाना चाहते है तथा उन्हें वित्तीय मदद की आवश्यकता होगी उनका बैंक से वित्तीय मदद दिलाने में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सहयोग भी करेंगे। प्रोसेसिंग लैब की बेहतर गुणवत्ता के लिए कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार प्रो ए पी राव के निर्देशन में एक टीम केंद्रीय उपोष्ण बागवानी अनुसंधान संस्थान रहमानखेड़ा का भृमण करने भेजा है जहां से विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ राष्ट्रीय स्तर की प्रोसेसिंग लैब की स्थापना के लिए स्थलीय तकनीकी जानकारी हासिल करेंगे। इस कार्य में विश्वविद्यालय का सहयोग केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के निदेशक डॉ शैलेन्द्र राजन तथा वैज्ञानिक डॉ नीलिमा गर्ग कर रही हैं। निदेशक प्रसार की टीम में अधिष्ठाता उद्यान डॉ ओपी राव, उद्यान महाविद्यालय के प्राध्यापक फ़ूड प्रोसेसिंग डॉ संजय पाठक तथा अधिशाषी अभियंता ई ओम प्रकाश शामिल थे।
