हरदोई : एक साथ तीन शवों को देख शोक में डूबा उधरनपुर गांव,ट्रक-कार की टक्कर में गई थी तीनों की जान
हरदोई ! बुधवार को लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे हादसे में उधरनपुर निवासी तीन लोगों की मौत हो गई थी। तीनों का अंतिम संस्कार गुरुवार को यहां कस्बे के नर्मदा तीर्थ स्थल पर गमगीन माहौल के बीच किया गया। हादसे के बाद सिर्फ गांव में ही नहीं पूरे इलाके का माहौल शोकाकुल नजर आया।
शाहजहांपुर मार्ग पर बसा उधरनपुर गांव शिक्षा के मामले में पूरे ब्लाक क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम रखता है यहां के लोगों ने सिर्फ प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे मुल्क में बड़े ओहदों पर रहकर शाहाबाद का नाम रोशन किया है। गांव के रहने वाले राममोहन दीक्षित और उनके भाई शिवमोहन दीक्षित गांव के अच्छे काश्तकार और सामाजिक व्यक्तियों में शुमार किए जाते हैं। बुधवार की सुबह राम मोहन दीक्षित अपनी पत्नी पुष्पा देवी और भतीजे पुष्कर को साथ लेकर एक कार द्वारा आगरा के लिए निकले थे। कार को गांव का ही रहने वाला रामू सक्सेना चला रहा था।दोपहर को जब उनकी कार फतेहाबाद के पास एक ट्रक से टकरा गई। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला तो राममोहन दीक्षित उनकी पत्नी पुष्पा देवी और चालक रामू की मौत हो चुकी थी। कार में फंसे उनके भतीजे पुष्कर को किसी तरह खिड़की तोड़े जाने के बाद निकाला गया जिसे बाद में इलाज के लिए तुरंत अस्पताल भेजा गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने पास मिले मोबाइल के जरिए संबंधित परिवार का पता लगाया। यह खबर जैसे ही गांव में उनके परिवारी-जनों तक पहुंची पूरे परिवार में कोहराम बरपा हो गया। गांव के लोग हाल जानने के लिए उनके घरों की तरफ दौड़ते नजर आए।गांव के अनुराग शुक्ला के मुताबिक गुरुवार की सुबह 6 बजे जैसे ही गांव पहुंचे तो परिजन रो पडे़। मृतक राममोहन दीक्षित की बेटी पिंकी, उनके पुत्र पवन दीक्षित गाजियाबाद में इंजीनियर हैं। दोनों का बुरा हाल था। उधर चालक रामू सक्सेना का पूरा परिवार भी शोक में डूबा नजर आया। गंभीर रूप से घायल हुए भतीजे पुष्कर को आगरा के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।