April 19, 2025

हरदोई : खाद ब्लैक करने वालों को फौरन जेल भेजें-भाकिमयू

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हरदोई ! भारतीय किसान मजदूर यूनियन (स्वदेशी) ने जिले में व्याप्त खाद की समस्या को लेकर नाराजगी जताई है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर किसानों के हक व हितों की आवाज बुलंद की। जिलाधिकारी को बाद में ज्ञापन भेजा। इसमें कहा कि खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगाया जाए। जो लोग ज्यादा दाम लेकर खाद बेंच रहे है उन्हें फौरन जेल भेजा जाए। जमाखोरों पर रासुका लगाई जाए। कृषि विभाग के जो अधिकारी या कर्मचारी ऊपरी कमाई के चक्कर में जमाखोरी को बढ़ावा दे रहे हैं उन्हें भी चिह्नित कर दंडित किया जाए। ताकि खाद माफिया से किसानों का अहित रुक सके।
भाकिमयू के जिलाध्यक्ष राहुल सिंह, भगवान बक्स सिंह, भूपेंद्र कुमार, रघुवीर सिंह, ओमपाल सिंह, सोवरन लाल आदि ने प्रदर्शन के दौरान किसानों की समस्याओं को उठाया। वक्ताओं ने कहा कि खाद के लिए हाहाकार मचा है। खाद डंप करने वाले अब ज्यादा कीमत लेकर कमाई कर रहे हैं। वहीं किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है। समितियों पर लगी भीड़ खुद जिम्मेदारों की लापरवाही को बयां कर रही है। खाद की समस्या का समाधान कराने के लिए जिला प्रशासन ठोस कदम उठाए। अधिक रेट लेकर खाद बेंचने वालों की दुकान का लाइसेंस निरस्त किया जाए। खाद वितरण की जांच भी कराई जाए। ताकि अभिलेखों में हेराफेरी करके ज्यादा खाद लेने के बाद डंप करने वालों के चेहरे बेनकाब हो सकें।भाकिमयू नेताओं ने कहा कि नहरों में टेल तक पानी पहुंचाया जाए। जहां पटरियां जर्जर हैं उनकी मरम्मत कराई जाए। सिंचाई विभाग के कर्मचारी स्थलीय कार्य करके पानी को क्षमता के अनुसार किसानों तक पहुंचाएं। ग्राम पंचायतों में अधूरे पड़े शौचालयों का निर्माण पूरा कराने की मांग भी उठाई गई। साथ ही सुरसा ब्लाक में सर्रा गांव से पेंग जाने वाले संपर्क मार्ग के मरम्मत की मांग जोरशोर से उठाई गई।ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें गड्ढेदार हो गई हैं। फुटपाथ की मिट्टी कट गई है। जगह-जगह जलभराव है। जहां सड़कों में पानी भरता है वहां दोनों तरफ नाला बनवाकर जल निकासी कराई जाए। इसके बाद गड्ढे पटवाए जाएं।सफाई कर्मचारियों की गांवों में हाजिरी सुनिश्चित की जाए। बीडीओ, एडीओ पंचायत व डीपीआरओ कार्यालय में सेटिंग करके गायब रहने वाले सफाई कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाए। ताकि गांव की सफाई व्यवस्था सुधरे।साधन सहकारी समितियों पर गोपनीय रूप से छापेमारी की जाए। जिन किसानों ने 50 या 100 से ज्यादा बोरियां खाद की खरीदी हैं उनका सत्यापन कराया जाए।

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