अयोध्या:परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब उठा सकेंगे आधुनिक शिक्षा का लाभ

*परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब उठा सकेंगे आधुनिक शिक्षा का लाभ।*
*मवई के 174 विद्यालयों में अब होगी एकेडमी जैसी सुविधा।*
*तीसरी आँख की नजर में पढ़ सकेंगे सरकारी स्कूलों के बच्चे।*
*पटरंगा।दिलीप यादव*
===============प्राथमिक व जूनियर स्कूलों के शैक्षिक स्तर को सुधारने के लिए चल रही कवायद अब और तेज हो गयी हैं। इसी पहल के तहत अब शिक्षा क्षेत्र मवई के प्राथमिक स्कूलों को स्मार्ट करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए सभी प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों को एफटीटीएच (फाइवर टू द होम,)के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जायेगा।विद्यालयों को इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए कम्पनियों ने अपना काम शुरू कर दिया है ब्लॉक के कुछ विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे व कमरों में एल सीडी लग चुकी हैं।इस प्रणाली से अब गरीब परिवार के बच्चे भी एकेडमी जैसी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
शिक्षा क्षेत्र के मवई के सभी प्राथमिक व माध्यमिक 174 विद्यालयों को इंटरनेट से कनेक्ट कर निजी स्कूलों जैसी सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था शुरू हो गई हैं।परिषदीय स्कूलों का शिक्षा स्तर गिरने के कारण उसमें पढ़ने वाले बच्चों का मोह भंग होने के कारण निजी स्कूलों की ओर उनका रुख हो गया और धीरे धीरे सरकारी स्कूलों में छात्र व छात्राओं की संख्या कम होती देख उच्च अधिकारी परेशान हो गए कि आखिर क्या कारण है कि अब सरकारी स्कूलों में अभिभावक अपने बच्चों को क्यों नहीं भेज रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि विद्यालय के अध्यापक बच्चों को पढ़ाना नही चाहते है और मुफ्त में बेतन लेकर मजे कर रहे है ।लेकिन अब आधुनिक तकनीक की इस शिक्षा से कोई भी अध्यापक अपनी मनमानी नही कर पायेगा क्योंकि अब नवीन शिक्षा प्रणाली के तहत सभी प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों को इंटरनेट से कनेक्ट कर दिया जायेगा।सभी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे व एल सीडी लग जायेगी जिससे कोई भी अध्यापक अब बच्चों को पढ़ाने में लापरवाही नही कर पायेगा अगर ऐसा करता है तो तीसरी आंख से वह बच नहीं पायेगा और पकड़ा जायेगा।शिक्षा क्षेत्र मवई के प्राथमिक विद्यालय बरौली विद्यालय अब आधुनिक तकनीक से लैस हो चुका है जहां पर सीसीटीवी कैमरे व एलसीडी पूरे विद्यालय में लग चुके हैं अब वहां पढ़ने वाले छात्रो को एकेडमी जैसी सुविधा मिलेगी ।प्राथमिक विद्यालय बरौली में बच्चों को आधुनिक तकनीक से शिक्षा देने के लिए एक स्मार्ट क्लॉस बनाया गया है जिसमें एक स्मार्ट टीवी लगवाई गई हैं जिसके माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा इसके अतिरिक्त विद्यालय में 6 सीसीटीवी कैमरे व स्मार्ट शौचालय का भी निर्माण कराया गया है ।जिसमे 20 टोटियां लगी हुई हैं और एक आरओ प्लांट भी लगा है और पूरे विद्यालय में हरी भरी कियारिया लगाई गई है जिसमें हर क्यारी में पानी की टोटी सिंचाई करने के लिए लगी है ।इसी प्रकार मवई के सभी 174 विद्यालयों में आधुनिक तकनीक की सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य शुरु है।इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को विजुअल बेस पढ़ाई के साथ उनके ज्ञान को बढ़ाया जाएगा। इतना ही नहीं स्कूलों में कंप्यूटर आदि लगाया जायेगा। परंपरागत पढ़ाई के अलावा संगीत की जानकारी भी दी जायेगी।इसके लिए परिषदीय स्कूलों में प्रोजेक्टर,कम्प्यूटर, व्हाइट बोर्ड आदि लगाया जाएगा जिससे बच्चों को पढ़ने व समझने में कोई परेशानी न हो सके।
विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को प्रोजेक्टर पर सामान्य किताबों वाली पढ़ाई से हटकर चित्रों के माध्यम से पढ़ाया जायेगा। इसके लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जायेगा। साथ ही कंप्यूटर की भी जानकारी दी जायेगी। इतना ही नहीं कक्षा में विषयवार पढ़ाई के अलावा संगीत व गायन को भी शामिल किया जायेगा।
मवई खंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि क्षेत्र के सभी 174 प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में अब आधुनिक तकनीक से बच्चों शिक्षा दी जायेगी।सभी विद्यालयों को इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए कार्यदायी संस्था अपना काम कर रही हैं।जिसमें प्राथमिक विद्यालय बरौली लगभग पुर्ण रूप से आधुनिक तकनीक से लैस हो चुका है बाकी के अन्य विद्यालय भी जल्द ही आधुनिक तकनीक से परिपूर्ण हो जाएंगे।
