अयोध्या:रूदौली-शासन की मंशा को तार तार कर रही हल्का लेखपाल
रूदौली अयोध्या। शासन ने जनता की सुविधा को देखते हुये आय, जाति, निवास, नकल खतौनी सहित अन्य सुविधाये आन लाइन कर दी कि जनता को तहसील के चक्कर न लगाने पडे। उन्हे गांव मे ही इन सुविधाओ का लाभ मिल सके लेकिन अभी भी कुछ कर्मचारी ऐसे है जो सरकार की मंशा को तार तार कर रहे है। बच्चों को नए सत्र में एडमिशन के लिए आय जाति निवास की आवश्यकता है वही हल्का लेखपाल की मनमानी लोगों के लिए मुसीबत बन चुकी है दर्जनों आय, जाति, निवास रिजेक्ट होने के बाद लोगों में आक्रोश है मामला तहसील क्षेत्र के भेलसर व ममरेज नगर गांव का है बताया जाता है कि हल्का लेखपाल सीमा पांडे के द्वारा एक दर्जन से अधिक जाति प्रमाण पत्र व निवास प्रमाण पत्र निरस्त करने का मामला प्रकाश में आया है। भेलसर व ममरेज नगर गांव निवासी रामराजी, मुकेश, दिलीप कुमार, अनुज, कुमारी कोमल सहित सभी का आरोप है कि हल्का लेखपाल के द्वारा मनमाने ढंग से किसी में संबंध गलत ठहरा कर तो किसी में आईडी गलत बताकर सभी को निरस्त करने का काम जोरों से किया जा रहा है। मामला आग की तरह फैल गया और मीडिया के संज्ञान में आते ही मीडिया वालों ने हल्का लेखपाल सीमा पांडे से संपर्क किया जिस पर सीमा पांडे ने जवाब देते हुए कहा कि आपने सब का ठेका ले रखा है आवेदन करने वाले आपके कौन हैं अगर जिस ने भी नामांकन किया है वह आकर मुझसे मिले इससे तो साफ जाहिर होता है कि इनके इरादे नेक नहीं है वेवा एवं लावल्द रामराजी के न मिलने पर उनकी जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया वही 48 हजार रुपये वार्षिक लगा दिया , एक पैर के विकलांग मजबूर जगराम की वार्षिक आय भी 52 हजार रुपया वार्षिक लगा दिया। शायद यही कारण है कि अधिकांश जाति, निवास किन कारणो से निरस्त हुये है। इस सम्बन्ध मे तहसीलदार रुदौली दिग्विजय सिह ने बताया कि मामले को जांच करवायेगे।