अयोध्या : नाक काटने के मामले में आठ माह से फरार चल रहे पांचों अभियुक्त गिरफ्तार
भीमत्स कांड
प्रेमी-प्रेमिका की नाक काटने के मामले में चल रहे थे फरार।
इस भीमत्स कांड में नौ लोगों के विरुद्ध दर्ज हुआ था मुकदमा।
मुख्य आरोपी प्रेमिका के ससुर सहित चार लोगों को पुलिस पहले ही भेज चुकी है जेल।
पटरंगा(अयोध्या) ! पटरंगा थाना की पुलिस टीम के हाथ बड़ी सफलता हाथ लगी है।क्षेत्र की चर्चित पासिनपुरवा कांड में विगत आठ माह से फरार चल रहे पांच अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।मुखविर की सटीक सूचना पर एक्टिव हुई पुलिस टीम को सफलता मिल गई।
बताते चले कि पासिन पुरवा मजरे खण्डपिपरा गांव में 27 जनवरी की देर रात पांच बच्चों की मां के साथ उसके प्रेमी को परिजनों ने ग्रामीणों के साथ घेराबंदी कर पकड़ लिया था।दोनों प्रेमी प्रेमिका को पकडकर पहले परिजनों व ग्रामीणों ने जमकर पीटा।फिर हाथ पैर बांधकर दोनों की नाक काट दिया।परिजनों व ग्रामीणों द्वारा दी गई तालिबानी सजा की जानकारी जब पुलिस को हुई तो तत्कालीन थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह पूरे दल बल के साथ मौके पर पहुंच खून से लथपथ दोनों प्रेमी प्रेमिका उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।जहां दोनों की हालत गंभीर होने पर उन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया।दूसरे दिन इस भीमत्स कांड का जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस तत्परता दिखाते हुए घटना के मुख्य आरोपी प्रेमिका के ससुर सहित नौ लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर ससुर को गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया।उसके तीन अन्य अभियुक्तों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।लेकिन मामले में अभियुक्त रहे पांच लोगों विगत आठ माह से फरार चल रहे थे।जिनकी पुलिस मुखविरी करा ही रही थी कि बुधवार की देर पुलिस को मुखविर द्वारा सूचना मिलते एसओ रतन शर्मा पूरी टीम के साथ घेराबंदी कर पांचों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।पटरंगा एसओ रतन शर्मा ने बताया कि नाक काटने के मामले में फरार चल रहे पांचों अभियुक्तों में सुखराम रावत उर्फ सुक्खे पुत्र रामसमुझ रावत, खुशीराम रावत उर्फ जुल्मे पुत्र रामसमुझ रावत,रत्नेश रावत उर्फ लल्लन पुत्र रामसुरेश रावत उर्फ सुरेश,प्रदीप रावत पुत्र स्व0 शत्रुधन लाल रावत,देशराज रावत उर्फ नट्टू पुत्र रामकरन रावत को गिरफ्तार किया गया।इन अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 9/20 की धारा 147 148 323 324 326 504 506व आईपीसी 34 के तहत मुकदमा पंजीकृत था।सभी को मेडिकल परीक्षण के बाद जेल भेज दिया गया है।गिरफ्तार करने वाली टीम में एसओ रतन शर्मा के अलावा उपनिरीक्षक पंकजसिंह कांस्टेबल प्रवीण सिंह आशीष यादव राजेश कुमार रामाश्रय यादव धर्मवीर सिंह महिला कांस्टेबल सुमन विश्वकर्मा सामिल रही।