अपने राम के स्वागत में दुल्हन जैसी सज रही अयोध्या

अयोध्या में जश्न का माहौल है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। अब यहां भव्य मंदिर का निर्माण भी शुरू हो गया है। खुशी इस बात की भी है इस साल वे अपने आराध्य की जन्मभूमि पर वर्चुअल रूप से ही सही अपनी खुशियों के दीप जला सकेंगे। इस दोहरी खुशी के मौके को खास करने के लिए दीपोत्सव (11 से 13 नवम्बर) अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। पूरी अयोध्या इसकी तैयारियों में जुटी है। जहां देखो काम हो रहा है।
रामनगरी की सीमा में घुसते ही तोरणद्वारों का क्रम जारी हो जाता है।
इस बार योगी सरकार का अयोध्या में यह चौथा दीपोत्सव है। अन्य दीपोत्सव की तरह इसमें भी दीपकों के मामले में रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इस बार का दीपोत्सव को दोगुने उत्साह के साथ मनाने की योजना है।
कोविड 19 का पालन करते हुए अयोध्या में इस बार 5 लाख 51 हजार दिये जलाकर नया रिकर्ड बनाया जा रहा है। जिसमे डेढ़ लाख दीपक माटी कला बोर्ड देगा।
पिछले साल गिनीज बुक में दर्ज 4़14 लाख दीप जलाने का अपना ही रिकॉर्ड अयोध्यावासी तोड़ेंगे। इसके लिए अवध विवि के छात्र-छात्राओं को जिम्मेदारी दी गई है। दीपोत्सव को याद्गार बनाने के लिए पूरी अयोध्या को सजाया जाएगा। इस अयोजन को व्यापक बनाने के लिए पार्षदों का भी सहयोग लिया जाएगा। महानगर के अलग-अलग वाडरें में दीपक जलाने और साज-सज्जा भी काराई जाएगी। इसे ड्रोन कैमरे से देखा जाएगा। जिस वार्ड की सजावट सबसे खूबसूरत होगी उसे वार्ड के पार्षद को शासन-प्रशासन द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि अयोध्या में अयोजित होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में एकरूपता होगी। जो भी अयोध्या में सजावट हो रही है उसकी ड्रोन मैंपिंग होगी। जिस वार्ड की साज-सज्जा सबसे अच्छी होगी उसे पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा दीपोत्सव की खासियत यह होगी कि हम डिजिटल दीपावली का कांसेप्ट लांच कर रहे हैं। इसके जरिए ऑनलाइन लोग अयोध्या के कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे।
