अयोध्या : सिस्टम की संवेदनहीनता,30 घंटे बाद महिला के शव का हुआ पोस्टमार्टम
घटना के दूसरे दिन भी खुलेआम घूम रहे थे हत्यारोपित,मृतका के मायका पकड़िया गांव में मचा रहा कोहराम
मवई(अयोध्या) ! मवई थाना क्षेत्र के संडवा गांव में फंदे पर लटकी मिली महिला के शव की 30 घंटे बाद पोस्टमार्टम हो सका। सिस्टम की संवेदनहीनता से मायका पकड़िया गांव के ग्रामीणों में भारी आक्रोश दिखा। इस दौरान पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नाराज लोगों ने नारेबाजी की। उधर घटना के दूसरे दिन भी हत्या के आरोपित खुलेआम घूमते रहे।
दरअसल पकड़िया गांव निवासी राजकरन यादव की बेटी गीता यादव की शादी संडवा गांव के वेद प्रकाश के साथ हुई थी। मंगलवार को उसकी लाश फांसी के फंदे से लटकी मिली। घटनास्थल पर बेतरतीब सामान, टूटे साबुनदान व तहस-नहस धनिया की क्यारी के अलावा फांसी लगाने की छत की कुंडी की ऊंचाई के आधार पर मृतका के पिता ने बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। दामाद वेद प्रकाश समेत उसके मौसेरे भाई अमृतलाल, बलवंत, दुष्यंत और मौसी सावित्री पत्नी रामपाल के खिलाफ नामजद तहरीर पुलिस को दी। बावजूद पुलिस ने न तो केस दर्ज किया और न ही आरोपितों की गिरफ्तारी की। उधर घटना के दूसरे दिन बुधवार की शाम चार बजे तक 30 घंटे बाद भी शव का पोस्टमार्टम न किए जाने से मायका पक्ष आक्रोशित दिखा। यहां पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लगी ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। मवई थाना प्रभारी रामकिशन राना ने बताया कि उन्हें पोस्टमार्टम व फारेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। इसी के आधार पर मुकदमे की कार्रवाई व आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
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इकलौती बेटी का रो-रोकर बुरा हाल
मृतका गीता यादव की एक ही बेटी है। मां की मौत की खबर के बाद से उसका रो-रोकर बुरा हाल है। रोते-रोते वह अचेत हो जा रही थी। उधर मृतका के मायका पकड़िया गांव में कोहराम मचा रहा। यहां परिवार को ढांढस बंधाने तक के लिए कोई नहीं पहुंचा। चाहे राजनेता हों या कोई प्रशासनिक अफसर। परिवार को उनके हाल पर छोड़ दिया गया था।