यूपी में AIMIM-BSP साथ लड़ेंगी विधानसभा चुनाव!
लखनऊ,बिहार का फॉर्मूलाविधानसभा चुनाव में यूपी में आजमाया जा सकता है एआईएमआईएम बीयसपी साथ आ सकती है एआईएमआईएम ने यूपी में राजनीतिक आधार बढ़ाने की कोशिश शुरू की, बिहार विधानसभा चुनाव में बीएसपी प्रमुख मायावती और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मिलकर भले ही कोई बड़ा करिश्मा न दिखा सके हों, लेकिन आधा दर्जन सीटें जीतने में जरूर कामयाब रहे हैं. यह जोड़ी अब उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के चुनाव के सियासी रण में दलित-मुस्लिम कार्ड खेलने का दांव चल सकती है. एआईएमआईएम ने आगामी चुनाव को देखते हुए बीएसपी के सामने दोस्ती का हाथ भी बढ़ाया है.
बीएसपी उत्तर प्रदेश में नए जातीय समीकरण को बनाने में जुटी है. मुस्लिम वोटों पर बहुत ज्यादा फोकस करने के बजाय अति पिछड़ा वोटर को टारगेट कर रही है. इसी दिशा में उन्होंने भीम राजभर को पार्टी की कमान सौंपी है. इसके अलावा हाल ही में हुए उपचुनाव में बीएसपी ने बुलंदशहर सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी को उतारा था और वो दूसरे नंबर पर रही.
बीएसपी नेता ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि बीएसपी में ओवैसी के साथ गठबंधन करने को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है, लेकिन अभी कोई ठोस निर्णय नहीं है. हाल में जिस तरह से मुस्लिम विधायकों ने पार्टी से बागवात की है, उसके बाद मायावती ने मुस्लिम को साधने के लिए अलग रणनीति बनाई है. इसी रणनीति के तहत ओवैसी के साथ गठबंधन करने का फॉर्मूला है. इस तरह दलित-मुस्लिम का मजबूत सियासी कार्ड खेलकर बीएसपी यूपी में अपने विरोधियों को कड़ी चुनौती दे सकती है.