अयोध्या:पूराबाजार-लापरवाही के चलते एडीओ पंचायत निलंबित, पंचायत सचिव से होगी रिकवरी
अयोध्या:पूराबाजार ब्लॉक के एडीओ पंचायत रामअभिलाख को निलंबित कर दिया गया। निलंबन के बाद मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार ने जिला विकास अधिकारी हवलदार सिंह को जांच अधिकारी नामित किया है। निलंबित एडीओ पंचायत को सीडीओ ने अपने कार्यालय से संबद्ध किया है।
प्रधानमंत्री आवास में अपात्र के चयन में पंचायत सचिव लवकुश यादव चपेट में आ गए हैं। पंचायत सचिव से 40 हजार रुपये की वसूली आठ-आठ हजार रुपये की पांच किस्तों में उनके वेतन से की जाएगी। वेतन से वसूली का आदेश जिला पंचायतराज अधिकारी सत्यप्रकाश सिंह ने जारी किया है। ब्लॉक तारुन की ग्राम पंचायत दादूपुर में हितलाल पुत्र बुधई का चयन प्रधानमंत्री आवास के लिए कर प्रथम किस्त 40 हजार रुपये उसके बैंक एकाउंट में अवमुक्त करा दिया। बीडीओ के अपात्र से जारी किस्त वापस कराने के आदेश का अनुपालन भी उन्होंने नहीं किया। डीपीआरओ के आदेश के बाद पहली किस्त की धनराशि उनके वेतन से वसूल की जाएगी। निलंबित एडीओ पंचायत का प्रकरण
ब्लॉक हरिग्टनगंज में तैनाती के दौरान कोरोना संक्रमण में एडीओ पंचायत की ड्यूटी निगरानी समिति के सदस्यों के निरीक्षण की रही। चार जून से 15 जून तक 10 गांवों के निरीक्षण की जिम्मेदारी उनके ऊपर थी। छह जून को ग्राम पंचायत हरीरामपुर की रिपोर्ट उन्होंने शून्य भेज दी। ग्राम पंचायतों में न जाकर पंचायत सचिवों के माध्यम से रिपोर्ट भेजते रहे। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी धीरेंद्र यादव ने उनके स्तर से बरती गई लापरवाही की रिपोर्ट सीडीओ को दी थी।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत शौचालय के फोटो अपलोड कराने में लापरवाही बरते जाने पर मांगे गए स्पष्टीकरण का भी उन्होंने जवाब नहीं दिया। स्थानांतरण के बाद पूराबाजार ब्लॉक में भी सामुदायिक शौचालयों, पंचायत भवन निर्माण व अन्य विकास कार्यों के बारे में गलत रिपोर्ट भेजने का आरोप है। विकास कार्यों की समीक्षा में प्रगति शून्य मिलने को शासकीय कार्यों के प्रति उनकी उदासीनता माना गया।