बिकरू कांड: विकास दुबे के मददगार 7 लोग गिरफ्तार, बरामद असलहों का जखीरा
उत्तर प्रदेश में पिछले साल हुए कानपुर (Kanpur) बिकरू कांड में शामिल रहे कई लोगों को अब एसटीएफ (STF) ने गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने विकास दुबे (Vikas Dubey) को फरार कराने में सहयोग दिया था. आरोपियों के पास से एक सेमी ऑटोमैटिक राइफल, 9 एमएम कार्बाइन, एक रिवॉल्वर, 315 बोर के तमंचे, एके-47 के कारतूस, स्प्रिंग फील्ड राइफल समेत करीब 132 कारतूस बरामद किए हैं. इसके साथ ही एसटीएफ ने विकास दुबे का आईफोन, अमर और प्रभात के मोबाइल भी बरामद किए हैं. इसके साथ ही भारी मात्रा में नकद भी बरामद किया गया है.
ये हुए गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि एसटीएफ ने सोमवार को सात लोगों को गिरफ्तार करके एक राइफल, एक बार में 20 राउंड फायर करने वाली फुली ऑटोमेटिक कार्बाइन, एक सिंगल बैरल बंदूक और एक रिवाल्वर बरामद की है. आरोपियों के पास से दो लाख पांच हजार नगद मिले हैं. बताया जा रहा है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उसमें एक व्यक्ति कानपुर देहात का है. उसने वारदात के बाद विकास दुबे को अपने घर में दो दिनों तक पनाह दी थी. इसके साथ ही पुलिस ने उस सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है जिसकी गाड़ी से विकास दुबे को कानपुर से बाहर ले जाया गया था.
1-विष्णु कश्यप पुत्र हरिशंकर कश्यप निवासी ग्राम शिवली कानपुर देहात
2-अमन शुक्ला पुत्र राज नारायण शुक्ला निवासी ग्राम धनीरामपुर थाना रूरा कानपुर देहात
3-राम जी उर्फ राधे पुत्र बाबूराम निवासी वार्ड नंबर 11 तुलसी नगर रसूलाबाद कानपुर देहात
4-अभिनव तिवारी उर्फ चिंकू पुत्र अनिल कुमार निवासी धनीरामपुर थाना रूरा कानपुर देहात
5-मनीष यादव उर्फ शेरू पुत्र अभिलाष सिंह निवासी डिंडी कला थाना देहात जनपद भिंड मध्यप्रदेश
6-संजय परिहार उर्फ पिंकू पुत्र नरेश परिहार निवासी करिया झाला झींझक थाना मंगलपुर कानपुर देहात
7-शुभम पाल पुत्र 10 रामपाल निवासी मंगलपुर कानपुर देहात
इस मामले में हैं आरोपी
गौरतलब है कि कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हमला कर दिया था. विकास दुबे ने साथियों की मदद से सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. इसके बाद विकास दुबे रात में ही फरार हो गया था और अपने सहयोगियों के पास जाकर छिप गया था. आठ जुलाई को विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने महाकाल मंदिर से पकड़कर यूपी पुलिस के सुपुर्द किया था. मध्य प्रदेश से कानपुर लाते समय गाड़ी पलट जाने पर विकास ने भागने का प्रयास किया था, जिसके बाद एनकाउंटर में वह मारा गया था.