अयोध्या : पुलिस टीम ने छापेमारी कर एक कुंतल से अधिक गोमांस बरामद
गोवंशीय पशु का वध करने वाले चार गोवधिक भी गिरफ्तार।
पटरंगा थाना क्षेत्र के खुर्दहा गांव में पकड़ा गया गोमांस।
पटरंगा(अयोध्या) ! पटरंगा थाना क्षेत्र के खुर्दहा गांव से रविवार की सुबह तस्करी के लिए भेजा जा रहा गोमांस को पटरंगा पुलिस ने छापेमारी कर पकड़ लिया है।गोमांस के साथ ही चार गोवधिकों को वध में उपयोग में आने औजारों के साथ गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह पटरंगा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के खुर्दहा गांव में गोमांस तस्करी के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है।सूचना मिलते ही हल्का दरोगा राम खेलाड़ी हाइवे पुलिस चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार यादव मय पुलिस टीम के साथ खुर्दहा गांव पहुंच कर संदिग्ध लोगों के घरों को घेर लिया।पुलिस की आहट पाकर गोमांस तस्कर छत से कूद कर भागने लगे यह देख पुलिस ने सभी गोवधिकों को दौड़ाकर पकड़ लिया।हल्का दरोगा राम खेलाड़ी ने बताया पकड़े गए गोवधिक रसीद उर्फ अद्धा पुत्र स्व0 रफीक,मो0 वैश पुत्र दीन मोहम्मद,मो0 एजाज पुत्र अब्दुल अजीज,मेराज पुत्र सुलेमान निवासीगण ग्राम खुर्दहा में रमजान के घर के पीछे मोटू के प्लाट में गोवध कर मांस को टुकड़े टुकड़े में कर रहे थे।कि उसी वक्त पुलिस टीम द्वारा छापेमारी की गई।और एक कुन्तल दस किलो गौमांस मय काटने के उपकरण के साथ चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।पटरंगा थाना प्रभारी रामकिशन राणा ने बताया कि पकड़े गए गोमांस को पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 सी0वी0 वर्मा द्वारा जांच व परीक्षण के लिए भेजने के बाद नष्ट करा दिया गया है और पकड़े गये गो तस्करों को जेल भेज दिया गया है।
ठिकाना बदलकर होता है ये अवैध कारोबार।
पटरंगा ! पटरंगा थाना क्षेत्र में गोवध का अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा।सूत्रों की माने ये अवैध कारोबार पुलिस से बचकर किया जा रहा है।बस गोवधिक हर घटना को अंजाम देने से पहले ठिकाना बदल देते है।गोवधिक गोवध के लिए चर्चित गांवों को छोड़ पहली बार खुर्दहा गांव को चुना।और रंगे हाथ पकड़े गए।
राजमार्ग से इतर लिंक मार्गो से होती है गोमांस की तस्करी
पटरंगा ! मित्र पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद रुदौली सर्किल क्षेत्र में गोमांस की तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही है।गोवधिक मांस की सप्लाई के लिये राजमार्ग से इतर लिंक मार्गो को अपनाते है।वो भी प्रातः काल के समय जब मित्र पुलिस भी गहरी निद्रा में रहती है।और जो लोग गस्त पर भी रहते है वो राष्ट्रीय राजमार्ग पर तैनात रहते है।जिससे गोवधिकों के लिये मांस तस्करी के लिये ये लिंक मार्ग ही मुफीद साबित होते है।