अयोध्या : कोरोना को खुलेआम निमंत्रण दे रही मवई चौराहे की बाजार
सप्ताह में दो दिन लगने वाली इस बाजार में उड़ती है सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
सोमवार को लगी इस बाजार में बिना मास्क के हजारों की संख्या में घूमते रहे क्षेत्रवासी
मवई(अयोध्या) ! कोरोना के फैलाव को कम करने के लिए शासन-प्रशासन तरह तरह के प्रयास कर रहे।लेकिन मवई चौराहे पर सप्ताह में दो दिन लगने वाली बाजार कोरोना को खुलेआम निमंत्रण दे रही है।सोमवार को हाइवे के किनारे लगने वाली इस बाजार में हजारों की संख्या में लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते दिखे।दैहिक दूरी की बात छोड़ो तमाम दुकानदार व ग्राहकों ने मास्क तक नहीं लगाया था।
बताते चले करीब दो साल से मवई चौराहे पर सप्ताह में दो दिन हाइवे के किनारे ये बाजार लगती है।इस बाजार में लगभग चार सौ दुकानदार अपनी विभिन्न प्रकार की दुकानें लगते है।विगत वर्ष लॉकडाउन के दौरान बाजार पूरी तरह बंद रहा।लेकिन जैसे ही कोरोना संक्रमण कम हुआ और अधिकारियों का इस ओर से ध्यान हटा तो फिर से बाजार लगना शुरू हो गया।कोरोना का दायरा अब दोबारा बढ़ने के साथ ही अफसरों का ध्यान इस ओर नही जा रहा है।अफसरों के निर्देश पर पुलिस बिना मास्क घूमने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है।लेकिन पुलिस का भी ध्यान इन बाजारों की ओर नही जा रहा है।जबकि पूरे मवई ब्लॉक क्षेत्र की ये सबसे बड़ी बाजार है।सोमवार को इस बाजार में भीड़ का ये आलम था कि मानो कोविड गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ गई।तमाम दुकानदार व ग्राहक बिना मास्क लगाए ही घूमते दिखे।
तीन जनपदों के दुकानदारों की लगती है दुकान
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे मवई चौराहे पर लगने वाली इस बाजार में अयोध्या बाराबंकी अमेठी के दुकानदारों की दुकान यहां लगती है।लगभग 40 गांवों के ग्राहक अपनी जरूरत के समान सब्जी मिठाई खटाई अनाज कपड़ा पौधे आदि समान खरीदने के लिए आते है।
मशहूर है यहां का महुवा व तम्बाकू
मवई चौराहे पर सप्ताह में दो दिन लगने वाली इस बाजार में अवैध शराब के कारोबारियों के लिए महुवा व तम्बाकू बहुत चर्चित है।लोगों का कहना है कि इस बाजार में बिकने वाला महुवा बहुत ही कारगर है।और चूने के साथ रगड़कर खाने वाली तम्बाकू भी बहुत अच्छा रहता है।इसके अलावा ज्वार बाजार मकई कोदव सांवा काकुन मेडुवा आदि पुराने जमाने के खाद्यान्न इस बाजार में बिकते है।जो अन्य बाजारों में नही मिलती है।
नही बनवाये गए गोले
मवई बाजार में लगभग चार सौ दुकानें लगती है।सभी दुकानें एक दूसरे से सटाकर लगाई जाती है।लेकिन प्रशासन की ओर से इस बार ऐसे भीड़ भाड़ वाले बाजारों में दैहिक दूरी आदि के लिए कोई गोले आदि नही बनवाए गए।न ही मास्क को लेकर कोई कड़ाई की जा रही है।
प्रशासन करे कुछ इंतजाम-ग्रामीण
सोमवार को बाजार में लगी भारी भीड़ को देख कई क्षेत्रवासी हिम्मत नही जुटा पाए और बिना सब्जी खरीदे वापस चले है।भीड़ देख बाजार से बिना समान खरीदे ही लौटे क्षेत्र के कमलेश वर्मा सुनील श्रीवास्तव बुधई वर्मा उमाकांत यादव ने कहा ये बाजार खुलेआम कोरोना को निमंत्रण दे रहा है।प्रशासन को इन बाजारों पर ध्यान देना चाहिए।नही कोरोना के फैलाव को कम करने का प्रयास सफल नही होगा।