अयोध्या : महिलाओं की भागेदारी से संवरेंगी मवई क्षेत्र की पंचायते”
ब्लॉक क्षेत्र की कुल 55 ग्राम पंचायतों में 24 ग्राम पंचायतों की प्रधान बनी महिला
जहरुल पुष्पा तारा निशा सरोज आफरू मिथिलेश श्यामकली आदि महिलाएं बनी गांव की सरकार
मवई(अयोध्या) ! मवई ब्लाक की 24 ग्राम पंचायते इस बार महिलाओं की सरकार से संवरेंगी।ये नव निर्वाचित महिला ग्राम प्रधान अपने पतियों के बलबूते पंचायत को सजाने व संवारने का सपना देख रही है।नामांकन करने के बाद जीत का प्रमाण पत्र लेने तक ही वो सीमित नही रही।बल्कि गुरुवार को आयोजित खुली बैठक में भी इन महिलाओं ने भागीदारी कर जनता को धन्यवाद ज्ञापित किया।और गांवों में विकास कराने की बात कही।वही कई नव निर्वाचित महिला प्रधानों को जीतने के बाद माला तक भी नहीं नसीब हुआ। विजय का माला भी उनके पतियों के ही हिस्से में गया।पति ही दरवाजे पर बैठकर जीत का जश्न मनाये।अनुमान है कि प्रधान बनने के बाद भी वो चूल्हा चौका तक ही सीमित रहेंगी। हालांकि कुछ पढ़ी लिखी प्रधान बनी महिलाएं पंचायत के विकास को लेकर फ्रिकमंद भी है। लेकिन इनकी संख्या अधिक नहीं है। और वे पंचायत के विकास के बावत वह टपाक से बोल देती है। पंचायत चुनाव में आधी आबादी ने पूरा दम दिखाया। भले ही वह घर की दहलीज के अंदर तक ही प्रचार के दौरान सीमित रही हो। लेकिन जब मत पेटियां खुली तो आधी आबादी बड़ी संख्या में मजबूत होकर निकली। मवई में 55 पदों के सापेक्ष 24 महिलाएं गांव की मुखिया बन गई है।मुखिया बनने के बाद नव निर्वाचित प्रधानों के चेहरे पर अलग ही मुस्कान तैरती नजर आई। चुनाव जीतने के बाद महिला प्रधानों के चेहरे की रंगत बदल गई और उनका अंदाज भी बदला नजर आ रहा है। राजनीति में महिलाएं तेजी से आगे बढ़ रही है।उमापुर की तारा देवी कुंडिरा की मिथिलेश कुमारी चंद्रामऊ की आफरू जहां जैसुखपुर की सरोज कुमारी डिलवल की जहरुल देवइत की रीता देवी शेरपुर की निशा देवी पटरंगा की रेनू देवी सहजना की राज देवी होलूपुर की मनीषा यादव सैदपुर की श्याम कली रानीमऊ की पुष्पा मिश्रा मवई की ख़िताबुलनिशा बसौड़ी की रहमतुलनिशा आदि महिला प्रधानों का कहना है कि मैने घर घर जाकर प्रचार किया है।शर्म करूगी तो गांव का विकास संभव नही है।रानीमऊ की पुष्पा मिश्रा कहती है कि वे भले ही परिवारीजनो के मेहनत के बल पर चुनाव जीती है लेकिन विकास के मामले में वह जनता की हितों को ध्यान में रखते हुए वे खुद निर्णय लेंगी।
55 में से 13 प्रधान निरक्षर तो 18 सिर्फ प्राइमरी पास
मवई ! मवई ब्लॉक के कुल 55 प्रधानों में से 46 प्रधान आज से पूरे पावर में आ चुके है।लेकिन हैरत तो इस बात की है कि आज भी जनता गांव की सरकार बनाने में पढ़ाई लिखाई को दरकिनार कर देती है।मवई ब्लॉक में चुने गए कुल 55 नवनिर्वाचित प्रधानों में जहां 13 प्रधान निरीक्षर है वही 18 ग्राम प्रधान सिर्फ प्राइमरी ही पास है।जबकि चार प्रधानों ने जूनियर तक पढ़ाई की है तो दो प्रधानों ने हाईस्कूल तक पढ़ाई की है।12 प्रधान इंटर 4 प्रधान स्नातक व 2 प्रधान परास्नातक तक की पढ़ाई की हुई है।सोचने वाली बात तो ये है कि जब प्रधान ही पढ़ा लिखा नही होगा तो उसके सामने गांव का चंहुमुखी विकास कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नही रहेगी।