अयोध्या : पटरंगा-शव लेकर गांव में दाखिल होते ही पुलिस व एम्बुलेंस पर पथराव
अयोध्या : शव लेकर गांव में दाखिल होते ही पुलिस व एम्बुलेंस पर पथराव
हादसे में एक युवक का सर फटा एक दरोगा को भी लगी चोट
चार दिन पूर्व सूरत में फांसी के फंदे से लटका मिला था शव
परिजनों ने मृतक के मौसेरे भाई पर लगाया हत्या का आरोप
पटरंगा(अयोध्या) ! चार दिन पूर्व गुजरात राज्य के सूरत शहर में पटरंगा थाना क्षेत्र के एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से लटकता हुआ शव मिला था।गुजरात की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम करवा कर शव को मृतक के मौसेरे भाई के साथ उसके घर भेजवा दिया।शव शुक्रवार की देर शाम पटरंगा पहुंचा।शव लाने वाली एम्बुलेंस के साथ हल्का दरोगा भी कोटवा गांव पहुंचे।शव पहुंचते ही परिजन सहित ग्रामीण हंगामा करते हुए पुलिस व शव लाने वाले लोगों पर पथराव कर दिया।जिसमें एक युवक का सर फट गया।वही एक दरोगा को भी चोट लगने की खबर है।इस दौरान थाने का चार्ज लेने वाले नवागत थानाध्यक्ष विवेक कुमार सिंह पूरे दल बल के साथ कोटवा गांव पहुंचे और बड़ी होशियारी के साथ स्थिति को नियंत्रण में किया।परिजन मृतक का अंतिम संस्कार करने को राजी नही थे।पूरी रात एम्बुलेंस में ही लाश रखी रही।और ड्रामा चलता रहा।शनिवार की दोपहर बाद पुलिस के समझाने पर परिजन शव का अंतिम संस्कार किया।तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।
बताया जा रहा है कि पटरंगा थाना क्षेत्र के कोटवा गाँव निवासी दिलीप कुमार उम्र 23 वर्ष पुत्र सावन दीन कमाने के सिलसिले में गुजरात गया था।जिसकी चार दिन पूर्व फैक्ट्री के अंदर ही संदिग्ध परिस्थितियों में फंखे से शव लटकता मिला था।गुजरात पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव का पीएम कराया।पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिग बताई गई।वही फैक्ट्री द्वारा सीसीटीवी से उसी रात की वीडियो फुटेज निकाली गई।जिसमें स्पष्ट दिख रहा है।कि मृतक अकेले ही कमरे में गया।पीएम के बाद गुजरात पुलिस ने मृतक के मौसेरे भाई रंगीलाल को शव सौंपते हुए उसके घर भेजवाया।यहां शुक्रवार की देर शाम शव कोटवा गांव पहुंचते ही परिजनों ने हंगामा शुरू किया।परिजनों का आरोप है कि हमारे बेटे की हत्या की गई है।ये हत्या मृतक के मौसेरे भाई पप्पू व रंगीलाल निवासी मंझेला थाना टिकैतनगर जनपद बाराबंकी ने की है।
एसओ की तत्परता से बड़ी वारदात होने से बचा
गांव में शव पहुंचने पर मामला गर्म हो सकता है।इसकी भनक नवागत थानेदार विवेक सिंह को लग गई थी।जिसके बाद वे तत्परता दिखाते हुए हल्का दरोगा सिपाही को तत्काल मौके पर भेज स्वयं भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे।इससे पहले यहां ग्रामीणों ने पथराव कर एक युवक को लहूलुहान कर दिया था।मामले में दरोगा सुधीर कुमार को चोट आने की खबर है।जबकि दरोगा हरिवंश यादव बाल बाल बच गए।उसके बाद भारी पुलिस बल को देखते ही उपद्रवी भाग खड़े हुए।पूरे गांव में जगह जगह पुलिस की टुकड़ी खड़ी हुई।स्थिति नियंत्रण में होते ही एसओ ने मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए परिजनों से बातचीत की।परिजन पूरी रात रंगीलाल के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराने पर अड़े रहे।
रात भर पुलिस छावनी में तब्दील रहा कोटवा गांव
नोकझोंक व पथराव के बाद एसओ सहित पटरंगा थाने की पुलिस टीम रात भर कोटवा गांव में जमी रही।पूरी रात में मनौव्वल का दौर चला।सुबह नवागत सीओ रितेश कुमार सिंह व एसडीएम रामसनेहीघाट भी पहुंचे।मौके पर मौजूद किसान नेता दिनेश दूबे व अफसरों के समझाने के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने पर राजी हुए।
पैतृक गांव खेदीपुर में हुआ अंतिम संस्कार
कोटवा गांव में रात भर चले ड्रामे के बाद शनिवार की दोपहर बाद पुलिस की कड़ी अभिरक्षा में शव को मृतक के पैतृक गांव खेदीपुर थाना पटरंगा ले जाया गया।वहां सायं चार बजे के करीब अफसरों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया।किसान नेता दिनेश दूबे ने मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक मदद व प्रधानमंत्री आवास की मांग की।जिस पर एसडीएम रामसनेहीघाट जितेंद्र कटियार ने यथासंभव मदद का आस्वासन दिया है।
“कोटवा गांव की स्थिति नियंत्रण में है।समझाने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।रही बात परिजनों के आरोप की।तो उसकी जांच गुजरात पुलिस करेगी क्योंकि घटना गुजरात की है।”
विवेक सिंह एसओ पटरंगा
“चूंकि कोटवा गांव पटरंगा थाने में लगता है जबकि तहसील रामसनेहीघाट जनपद बाराबंकी में आता है।जो भी आर्थिक मदद व आवास की मांग की गई।वो एसडीएम रामसनेहीघाट के स्तर से प्रदान की जाएगी।”
रितेश कुमार सिंह सीओ रूदौली