रूदौली(अयोध्या) ! ओवैसी की सभा मे उमड़ी भीड़ ने सपा की बढ़ाई टेंशन
मवई(अयोध्या)! आल इंडिया मजलिसे इत्तिहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की रूदौली में हुई कामयाब सभा से मजलिस के कार्यकर्ता काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।मंगलवार को जब असदुद्दीन ओवैसी रूदौली स्थित सभा स्थल पर पहुंचे तो वहां उपस्थित नौजवानों की दीवानगी देखते ही बन रही थी।हर कोई ओवैसी की एक झलक पाने को बेताब नजर आ रहा था।
रूदौली विधान सभा की सीमा में जब ओवैसी ने प्रवेश किया तो सैकड़ों की संख्या में लोग रानीमऊ चौराहा पहुंच कर उनका स्वागत किया।प्रत्येक राजनैतिक दलों के नेताओं की नजरें रूदौली में हुई असदुद्दीन की सभा मे लगी हुई थी।वैसे तो अब तक पिछले कई चुनावों में विभिन्न राजनैतिक दलों ने पैसे और संसाधनों के बल पर बड़ी जनसभाएं भी कर चुके हैं लेकिन मंगलवार को हुई सभा की बात कुछ दूसरी ही थी।मंगलवार को हुई ओवैसी की सभा मे लोग अपने अपने साधनों से पहुंच कर काफी अकीदत और श्रद्धा से ओवैसी के विचारों को सुन रहे थे।
ओवैसी ने भी अपने चिरपरिचित अंदाज में अपने चाहने वालों को निराश नही किया।जैसे ही उन्होंने बोलना शुरू किया नारे और तालियों से सभा स्थल गूंज रहा था।ओवैसी ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को अफगानिस्तान की लड़कियों की चिन्ता तो है लेकिन हिन्दुस्तान की महिलाओं की चिंता नही है।आम तौर पर भड़काऊ भाषण के लिये मशहूर ओवैसी ने जनता के बीच ज्वलन्त मुद्दे भी उठाये कई सालों से रूदौली में बन रहे ओवरब्रिज के अब तक अपूर्ण होने के लिये भाजपा सरकार के साथ सपा को भी दोषी ठहराया।इसके अलावा उन्होंने रूदौली की कई समस्याओं को भी सिलसिलेवार गिनाया।ओवैसी सपा पर भी हमला करने से नही चूके उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 प्रतिशत मुसलमान होने के बाद भी जब सपा की हुकूमत बनती है तो मुख्यमंत्री दस प्रतिशत वाले ही बनाये जाते हैं।मुसलमानों को चपरासी की भी नौकरी नही मिलती है। उनके भाषण से तो भाजपा को जहाँ ऑक्सीजन मिल रहा था वहीं प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सीने पर जैसे सांप लोट रहा था।सपा को इस बात का भी एहसास है कि यदि यह भीड़ कहीं वोटों में तब्दील हो गयी तो सपा का खेल भी बिगड़ सकता है।
आज की ओवैसी की सभा से जहाँ भाजपा की बांछे खिली हुई है वही सपा के अंदर काफी बेचैनी नजर आ रही है।राष्ट्रीय सहारा ने ओवैसी की सभा मे पहुंचे कई युवाओं से जब बात की तो उनका कहना था कि अन्य राजनैतिक दलों ने हमेशा भाजपा से डराकर हम लोगों से वोट हासिल करते थे लेकिन अबकी बार ऐसा नही होगा।हम लोग अब किसी का वोट बैंक नही बनेंगे बल्कि अब हमें अपना अधिकार चाहिये और यह अधिकार तभी मिलेगा जब आल इंडिया मजलिसे इत्तिहादुल मुस्लिमीन मजबूत होगी।बहरहाल अभी तो विधान सभा चुनाव में करीब 6 माह का समय है राजनैतिक ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो चुनाव बाद पता चलेगा लेकिन यह तो सच है कि इस बार ए आई एम आई एम का जनाधार बढ़ेगा।