पटरंगा : शालू हत्याकांड-खुलासे के लिए एक क्लू की तलाश में जुटी पटरंगा पुलिस
मामले में कई लोगों को उठाकर पूँछताक्ष कर रही पुलिस
पटरंगा थाना क्षेत्र के हुसैनगंज जखौली गांव का मामला,
30 दिसम्बर को मिली थी बोरे में बंधी मासूम शालू की लाश
मृतिका शालू की फाइल फोटो
पटरंगा(अयोध्या) ! पटरंगा थाने के चर्चित शालू हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस की घमा-चौकड़ी शुरू हो गई है।ये बात अलग है पुलिस ने अभी तक जांच की दिशा नही तय कर पाई है।लेकिन हत्यारों की गर्दन तक पहुंचने के लिए पुलिस को सिर्फ एक क्लू की तलाश है।इसके लिए पुलिस ने कई लोगों को उठाकर पूँछताक्ष शुरू कर दी है।लेकिन खबर लिखे जाने अभी तक पुलिस के हाथ ऐसा कोई क्लू या सुराग नही लग सका है।जिसकी बदौलत वो मासूम शालू के असली हत्यारों को पकड़ सके।
बताते चले कि बताते चले कि पटरंगा थाना अंतर्गत हुसैनगंज धमौरा मजरे जखौली गांव निवासी वीरेंद्र कुमार रावत की 7 वर्षीय पुत्री शालू 22 नवंबर की दोपहर अचानक घर के दरवाजे से लापता हो गई थी।जिसकी एक सप्ताह बाद रविवार को गांव के समीप स्थित तालाब के पानी मे लाश बरामद हुई है।लाश बोरी में बंधी हुई थी।उसके मुंह में बनियान का कपड़ा ठूंसा गया था।मृतिका के पिता वीरेंद्र ने रोते हुए कहा कि हमारी दूसरी पत्नी जरूर है लेकिन शालू को अपनी बेटी की भांति प्रेम करती है।पूरा परिवार उसे खूब प्यार करता था।आज आठ दिन हो गए हम सभी शालू के साथ हुए अत्याचार को लेकर दुखी है।बुधवार की रात्रि पुलिस हमारे बड़े भाई व भाभी को उठाकर ले गई।अभी तक वो थाने में है।ये भी मेरा दुर्भाग्य ही है।हालांकि पुलिस का कहना है कि उनकी पूँछताक्ष चल रही है।जो दोषी होंगे उन्हें बक्सा नही जाएगा।