अयोध्या:दावेदार तमाम, जिताऊ प्रत्याशी पर नजर,शरद शुक्ला बनाये जा सकते हैं अयोध्या विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी
अयोध्या
कांग्रेस पार्टी में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हाईकमान द्वारा दावेदारों का फीडबैक लिया जा रहा है और उसी आधार पर प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मोहर लगाई जाएगी। अबकी बार पार्टी ने तय किया है कि जिस दावेदार का जनता से जितना अधिक जुड़ाव होगा, उसी के नाम पर अंतिम मोहर लगाई जाएगी।
अर्श से फर्श पर पहुंची कांग्रेस को दोबारा यूपी की राजनीति में मुख्यधारा में लाने के लिए यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव है। पार्टी ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। दावेदार अपनी-अपनी विधानसभा में सघन जनसंपर्क का दौर जारी कर चुके हैं।
उधर, पार्टी सूत्रों की मानें तो अबकी बार प्रियंका गांधी ने प्रत्याशियों की दावेदारी के पैरामीटर तय कर दिए हैं। इसमें सबसे पहले यह देखा जाएगा कि विधानसभा में कौन प्रत्याशी जिताऊ है। कौन कितने वोट अपने पक्ष में मोड़ सकता है। कोरोना काल हो या अन्य कोई कारण किसने जनता के लिए कितना संघर्ष किया है। हालांकि, पार्टी में जातिगत समीकरणों को महत्व नहीं दिया जाता, लेकिन फिर भी देखा जाएगा कि दावेदार के पक्ष में कौन- कौन से वर्ग का वोट बैंक है।
विधानसभा क्षेत्र अयोध्या में ब्राह्मण प्रत्याशी कांग्रेस पार्टी द्वारा दांव लगाया जा सकता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण निर्णायक भूमिका में हमेशा रहे हैं। हालांकि पिछले कई विधानसभा चुनाव से यहां पार्टी के वोट प्रतिशत में कमी होना पार्टी की चिंता का विषय है। इस बार प्रयास है कि ऐसा प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा जाए, जो वोट प्रतिशत बढ़ा सके। पार्टी की नजर यहां पर ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने पर है। ऐसे में शरद शुक्ला कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीद बनाए जा सकते हैं क्योंकि उन्होंने पार्टी मानक के हिसाब से लगातार क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। चाहे करोना रहा हो या कोई अन्य मौका क्षेत्र में उपस्थिति सदैव दर्ज कराते रहे हैं। साथ ही साथ बहुत ही कम उम्र में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव भी रह चुके हैं। तथा जनपद के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस संगठन में भी अपनी अच्छी दखल रखते हैं इसलिए उनकी दावेदारी को इस बार ज्यादा मजबूत माना जा रहा है। वहीं अगर इसबार उनको पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाया जाता है तो रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है और भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, तथा कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
वहीं पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा के बीच जब फोन के माध्यम से कांग्रेस नेता शरद शुक्ला से बात करने की गई तो उन्होंने बताया हम कांग्रेस पार्टी और पार्टी प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी के निर्देशों को मानने वाले लोग हैं उन्होंने बताया कि राजनीति में हमारे आदर्श और हमारे राजनीतिक गुरु कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा अयोध्या के पूर्व सांसद श्री निर्मल खत्री जी है उनके आदेशों और निर्देशों को मानते हुए ही हमारी पहली प्राथमिकता जन-जन तक कांग्रेस पार्टी की नीतियों तथा प्रियंका जी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि चाहे बेरोजगारी का मुद्दा हो या अयोध्या में व्याप्त भ्रष्टाचार का या कमरतोड़ महंगाई का हमने हमेशा जनता के हितों के लिए लड़ने का काम किया है। इस बीच हमारे ऊपर कई बार मुकदमे लगे कई बार जेल जाना पड़ा लेकिन हम जनता के हितों के लिए सदैव लड़ते रहे हैं और लड़ते रहेंगे। उन्होंने बताया की कोरोना के समय में जब सत्ताधारी दल के विधायक और नेतागण कोरोना का बहाना बनाकर होम आइसोलेशन में बैठे थे । उस समय हम अपने सहयोगियों के साथ जनता के बीच उनकी हर मदद के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे थे ऑक्सीजन और हॉस्पिटल की व्यवस्था में लगे हुए थे। उन्होंने बताया कि पार्टी की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने और जनता के हितों को सर्वोपरि रखना ही हमारा पहला कर्तव्य है तथा हम पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं पार्टी ने अभी तक जो भी जिम्मेदारी दी है उसे पूरी तरह से निभाने का प्रयास किया है और आगे पार्टी द्वारा जो भी जिम्मेदारियां दी जाएंगी उसे सहर्ष स्वीकार किया जाएगा। अगर पार्टी द्वारा मौका दिया जाता है तो निश्चित ही अयोध्या विधानसभा में पार्टी का परचम लहराने का काम करेंगे।