रूदौली(अयोध्या) : त्रिकोणीय मुकाबले की ओर रहा रूदौली का चुनावी परिदृष्य
रूदौली(अयोध्या) ! जिले में गोसाईंगंज के बाद बहुचर्चित बनी रूदौली विधानसभा सीट पर मतदान के अंतिम समय तक चुनावी संग्राम भीषण रहा।अब देखना होगा कि जनता किस पर ज्यादा भरोसा जताया है।विजय किस महायोद्धा को मिलती है।ये बात तो अभी नही तय है।लेकिन जिस तरह मतदान के अंतिम क्षण तक प्रत्यासी व उनके समर्थकों के बीच जद्दोजहद बनी रही उससे देखकर रूदौली विधानसभा का चुनावी दृश्य त्रिकोणीय ही दिख रहा है।इतना ही नही वर्तमान मतदाताओं की फौज की आहट से भी लगता है कि चुनाव सीधे नहीं बल्कि त्रिकोणीय हो गया है।यह भी तय माना जा रहा है कि हार जीत की लड़ाई में हमेशा की तरह इस बार बनीकोडर ब्लाक का आंशिक भाग का मतदाता ही निर्णायक की भूमिका अदा करेगा।
बताते चलें कि विकास खंड रूदौली मवई व बनीकोडर ब्लॉक के आंशिक भाग को मिलाकर गठित रूदौली विधानसभा क्षेत्र घाघरा गोमती, कल्याणी व तमसा नदी से आच्छादित है।इस सीट पर पिछले दो बार से भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र यादव सपा प्रत्यासी रुश्दी मियां को पराजित करके विजयी हो रहे थे।उससे पहले रुश्दी मियां भी दो बार विधायक चुने जा चुके हैं।लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अंतिम दौर में रुश्दी मियां को टिकट न देकर उनकी जगह आनंदसेन यादव को मैदान में उतारा दिया था।सपा से टिकट कटने के बाद सैय्यद अब्बास अली जैदी रुश्दी मियां ने तत्काल हाथी पर सवारी करते हुए बसपा से टिकट लेकर इस चुनावी मैदान में कूद गए।दलित मुस्लिम यादव बाहुल्य इस सीट पर भाजपा से रामचंद्र यादव सपा से आनंदसेन यादव बसपा से सैय्यद अब्बास अली जैदी रुश्दी मियां कांग्रेस से दयानंद शुक्ला आम आदमी पार्टी से मनोज मिश्रा और ओवैसी की पार्टी से शेर अफगन के अलावा 4 अन्य लोग इस चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे है।राजनीतिज्ञ पंडितों की माने तो रूदौली विधानसभा में भाजपा सपा व बसपा के बीच नजदीकी मुकाबला है।जीत का शेहरा किसके सर सजेगा ये बात दस मार्च को होने वाले मतगणना के बाद तय होगा।