विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने किया जामा मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान, धारा 144 लागू
चेन्नई ! कर्नाटक के मांड्या जिले में जामा मस्जिद की परिसर के पास हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शनिवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मस्जिद परिसर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। इसके बाद से पूरे इलाके में तनाव है। प्रशासन ने एहतियतन जामा मस्जिद परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों के मुताबिक वो विवादित मस्जिद के एक किलोमीटर के दायरे में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने पुलिस बल को तैनात कर दिया है। प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।श्रीरंगपटना तालुक में आने वाली जामा मस्जिद के बाहर पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए हैं। कानून- व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की पांच टुकड़ियों और अन्य सुरक्षा बलों को इलाके में तैनात किया गया है। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने प्रशासन को इस मामले में सावधानी बरतने का निर्देश जारी किया है। गृहमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।3 जून दोपहर 3 बजे से 5 जून दोपहर 12 बजे तक पूरे इलाके में धारा 144 लागू की गई है। इसके तहत उस इलाके में किसी भी तरह की सार्वजनिक सभा प्रतिबंधित है। गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने 20 मई को मांड्या जिला आयुक्त को चिट्ठी लिखकर मांग की थी कि ज्ञानवापी मस्जिद की तर्ज पर जामा मस्जिद का भी सर्वेक्षण कराया जाए।हिंदू संगठनों का दावा है कि जामा मस्जिद पहले हनुमान मंदिर था जिसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई।हिंदू संगठनों ने मांड्या के कुवेम्पु सर्कल से जामा मस्जिद तक श्री रंगपटना चलो मार्च निकालने का आह्वान किया था। मार्च को लेकर उन्होंने अधिकारियों से अनुमति भी मांगी थी लेकिन प्रशासन ने अनुमति देने से मना कर दिया था। इसके बावजूद विहिप और बजरंग दल विरोध मार्च निकाल रहा हैं।