अयोध्या : रामनगरी में गेहूं बुआई की तैयारी में लगे अन्न दाताओं को झटके पर झटका
पहले डीएपी खाद अब सरकारी बिक्री केंद्रों पर गेहूं बीज का अकाल
किसान कल्याण केंद्र मवई रूदौली में एक सप्ताह से गेहूं बीज हुआ खत्म
शुक्रवार को बीज न मिलने से बैरंग लौटे कई किसान
अयोध्या ! जिले के सरकारी बिक्री केंद्रों पर विगत एक सप्ताह से गेहूं का बीज खत्म हो गया है।जिले के 11 ब्लाकों के बिक्री केंद्रों और राजकीय बीज भंडार गृह में गेहूं का बीज नहीं होने से रामनगरी अयोध्या के अन्नदाता परेशान है।कृषि कल्याण केंद्र मवई व रूदौली के गोदामों में विगत एक सप्ताह से गेहूं बीज का अकाल पड़ा हुआ है।जिससे शुक्रवार को बीज न मिलने से कई किसानों को निराश होकर बैरग लौटना पड़ा।
बताते चले रामनगरी अयोध्या जनपद में गेहूं की बोआई करने के तैयारी करने वाले किसानों को इस बार झटके पे झटका लग रहा है।पहले जिले की सभी समितियों पर डीएपी खाद का अकाल पड़ा।और अब धरती के भगवान कहे जाने वाले किसानों को सरकारी बिक्री केंद्रों पर गेहूं का बीज खोजे नहीं मिल रहा हैं।ऐसे में हमारे जिले के अन्नदाता परेशान है।शुक्रवार को कृषि कल्याण केंद्र मवई पहुंचे अमौनी गांव के किसान जगदीश को 40 किलो गेहूं बीज की जरूरत है।वो केंद्र प्रभारी उमाशंकर वर्मा काफी अनुनय विनय करते रहे।लेकिन गोदाम पर बीज का एक दाना न होने के कारण वो भी असहाय नजर आए।वही नौगवां गांव के किसान सुरेश तिवारी कपिल कुमार व बनी गांव के सुशील तिवारी सिपहिया गांव के साधू यादव को भी बीज न मिलने के कारण खाली हाल बैरंग लौटना पड़ा।वही रूदौली स्थित कृषि कल्याण केंद्र पहुंचे किसान अनिल पांडेय ने बताया कई दिनों से केंद्र पर आ रहा हूँ।लेकिन हमें गेहूं का बीज नही मिल पर रह है।हमारे गांव के कई किसानों ने मजबूरी में प्राइवेट दुकानों से बीज लेकर बो रहे है।मवई कृषि केंद्र प्रभारी उमा शंकर वर्मा व रूदौली के अनिल गौड़ ने बताया कि एक सप्ताह से गेहूं बीज खत्म है।रोज 8-10 आते है।और उन्हें बिना बीज वापस लौटाना पड़ रहा है।
जनपद में लगभग 1 लाख हेक्टेयर भूमि पर होती है गेहूं की खेती
कृषि विभाग द्वारा मिले आंकड़ों पर यदि गौर करें तो रामनगरी अयोध्या जनपद में कुल 1लाख 10 हजार 613 हेक्टेअर भूमि पर गेहूं की खेती होती है।वही मवई ब्लॉक में करीब 11 हजार हेक्टेयर भूमि पर रवि की ये फसल बोई जाती है।और इस बार शासन में बैठे अफसरों की संवेदनहीनता के चलते यहां के किसानों को सरकारी सुविधाएं मिलने में झटके पर झटका लग रहा है।
50% अनुदान पर मिलता है गेहूं का बीज
जिले के हर ब्लॉक में खुले कृषि बीज केंद्रों से 50 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को बीज मिलता है।वो बात अलग है कि अनुदान ये राशि बाद में किसानों के खातों में आती है।लेकिन फिर भी गरीब किसानों के लिए सरकार की ये इमदाद भी कम नही है।मगर एक सप्ताह से केंद्रों पर बीज का अकाल पड़ जाने से किसानों के सामने इस बार संकट खड़ा हो गया है।
लक्ष्य से से करीब 47% कम आया बीज
रवि के सीजन में गेहूं बीज का जो लक्ष्य अयोध्या जनपद को निर्धारित है।उससे लगभग 47% बीज इस बार कम आया।ऐसा हम नही बल्कि कृषि विभाग की ओर से मिले आंकड़े बता रहे है।जिले में गेहूं बीज का लक्ष्य 6090 क्विंटल का था और अब तक उठान सिर्फ 3367 क्विंटल का ही हुआ।ऐसे में ब्लॉकों के कृषि बीज गोदामों में बीज का अकाल पड़ना स्वाभिव ही है।
ब्लॉकवार आपूर्ति बीज की सूची
ब्लॉक नाम गेंहू आपूर्ति(क्विंटल में)
रूदौली – 276
मवई -286.4
सोहावल -383.2
मसौधा -330.4
पूरा बाजार -367.2
मया बाजार -300.4
अमानीगंज -332.8
मिल्कीपुर -255.2
हरिंगटनगंज -351.2
बीकापुर -351.6
तारुन -233.2
“किसान भाइयों की समस्या न हो इसका हम सभी पूरा ख्याल रखते है।लेकिन इस बार जो गेहूं का बीज आया था वो कम पड़ गया है।मैने निदेशालय से बात की थी।बीज मंगाने के जो सरकारी श्रोत है वहां भी गेहूं का बीज निल है।मेरी बात पंजाब से हुई।यदि 15 दिसंबर तक बीज आ जाता है तो मैं तत्काल उसे केंद्रों पर भेज दूंगा।तब तक मेरी किसान भाइयों से अपील है कि जो किसान विगत वर्ष बीज ग्राम योजना के तहत गेहूं बोए थे।उसका बीज इस बार अपने खेतों में बो सकते है।डीएपी खाद की समस्या जिले में खत्म हो गई।1854 मीट्रिक टन डीएपी आई है।जो सभी समितियों पर भेजी जा रही है।”
ओपी मिश्रा
जिला कृषि अधिकारी