अयोध्या: तो अब कटहे लाल बंदरो को पकड़ने के लिए वनकर्मी नही होंगे जिम्मेदार

……..तो अब कटहे लाल बंदरो को पकड़ने के लिए वनकर्मी नही होंगे जिम्मेदार
शासन ने नगर निगम व ग्राम पंचायतों को सौंपी ये जिम्मेदारी
9 जनवरी को विशेष सचिव के निर्देश पर मुख्य वन संरक्षक प्रशासन ने जारी किया पत्र
रूदौली(अयोध्या) ! भगवान राम की नगरी अयोध्या शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लिए आतंक का पर्याय बन चुके लाल मुंह वाले बंदरो को अब वनविभाग के कर्मचारी नही पकड़ेंगे।इसके लिए पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश के विशेष सचिव गौरव वर्मा ने निर्देश जारी किया।इनके निर्देश पर यूपी के मुख्य वन संरक्षक प्रशासन (अराजपत्रित) दीपक कुमार ने भी 13 जनवरी को सभी प्रभागीय वनाधिकारी को पत्र जारी किया है।जिसमें इन्होंने कहा है कि बंदरो को पकड़ने के लिए भारी में आईजीआरएस पर प्रार्थना पत्र आ रहे है।जिन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी अब शासन द्वारा नगर निगम व ग्राम पंचायतों को सौंपी गई है।ये लोग एक्सपर्ट टीम की मदद से इन बंदरो को पकड़कर जंगलों में छोडवाएँगे।
बताते चले कि अयोध्या शहर सहित रूदौली तहसील क्षेत्र के पटरंगा मंडी अमौनी बकौली पटरंगा गांव कामाख्या धाम रानीबाजार सहित दर्जनों गांवों में लाल बंदरो का आतंक व्याप्त है।ये बंदर लोगों का सामान छीन लेने के साथ कपड़ा विस्तर व अन्य दैनिक प्रयोगी वस्तुओं को हमला कर छीन लेते है।इतना ही नही आए दिन ये छोटे बड़े लोगों पर हमला कर उन्हें लहूलुहान कर देते है।क्षेत्र के रहने वाले दीपक शुक्ल संतोष मिश्रा व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश शर्मा व प्रगतिशील किसान प्रभात वर्मा राम नरेश वर्मा जय सिंह वर्मा आनंद शुक्ला आदि लोग बताते है।कि अब तक तो ये बंदर खेती किसानी व जरूरी सामानों का ही नुकसान करते थे लेकिन अब ये बंदर लोगों को काटने भी लगे है।10 से 15 लोग बंदर के हमले के शिकार होकर हर माह सीएचसी मवई में रैबीज का इंजेक्शन लगवाने जाते है।
वनविभाग के पास शिकायतों का अंबार
शासन द्वारा जारी पत्र में बताया गया कि बंदर से परेशान होकर प्रत्येक दिन किसी न किसी व्यक्ति की शिकायत सीएम हेल्प लाइन पर पहुंचती है।जिसमें लोग बंदरों द्वारा उनके घरों में तोड़फोड़ करने और लोगों से छीना झपटी सहित हमले की शिकायत करते हैं।यह शिकायत वन विभाग के खाते में की जाती हैं। ऐसे में वन विभाग के पास इन शिकायतों का अंबार लग गया है।
इन बंदरो को पकड़ने के लिए नही है ट्रेंड स्टाफ
रूदौली वन क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र तिवारी बताते है।रूदौली सर्किल के लगभग 5 दर्जन गांवों में लाल बंदरो का ज्यादा आतंक है।इन्हें पकड़ने के लिए प्रत्येक दिन लोगों की शिकायतें आती है।सीएम हेल्प लाइन से भी शिकायतें आती है।हम लोगों की मजबूरी होती है कि शिकायतों के निस्तारण हेतु हम लोग प्राइवेट टीम की मदद से कुछ बंदरो को पकड़वाते है।लेकिन सच यही कि इन्हें पकड़ने के लिए हम लोगों के पास न तो ट्रेंड स्टाफ है और न हीं संसाधन।और न ही शासन से कोई बजट मिलता है।
“मुख्य वन संरक्षक द्वारा हम लोगों को पत्र भेजा गया है।जिसमें निर्देश दिया गया है।कि लाल बंदरो को अब नगर निगम व ग्राम पंचायतों द्वारा पकड़वाया जाएगा।और जंगलों में छोड़ा जाएगा।और यही होना भी चाहिए इसकी स्पष्ट गाइड लाइन भी है।ये बात अब विशेष सचिव द्वारा जारी पत्र में भी स्पष्ट कर दी गई है।”
के0एन0 सुधीर
उप प्रभागीय वनाधिकारी अयोध्या
