मवई सीएचसी पर आयोजित मातृत्व दिवस पर 63 में से 50 महिलाओं का हुआ अल्ट्रासाउंड

महिला चिकित्सक ने सभी गर्भवती महिलाओं का किया चिकित्सीय परीक्षण,सीएचसी पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर आई महिलाओं की हुई जांच
मवई(अयोध्या) ! सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया।महिला चिकित्सक द्वारा महिलाओं की जांच कर दवाएं दी गई।वही चिकित्सक डॉ शिल्पी सिंह के परामर्श पर गर्भवती महिलाओं को निशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधाएं भी प्रदान की गई।यहां पर कुल 63 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व देखभाल हेतु एएनसी जांच की गई। इसमें 50 महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए चिन्हित किया गया।जिनकी निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर निःशुल्क जांच हुई।सीएचसी मवई के चिकित्सा प्रभारी डॉ पीके गुप्ता ने बताया कि सीएचसी पर आईं गर्भवती की महिला चिकित्सक डॉ शिल्पी सिंह द्वारा प्रसव पूर्व सभी जांचें, यूरिन जांच, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, हीमोग्लोबिन व पेट से जुड़ी अन्य जांच की निःशुल्क सुविधा दी गई। इसके साथ ही नवदंपति व परिवार नियोजन लाभार्थियों को स्वस्थ परिवार-खुशहाल परिवार के लिए परामर्श भी दिया गया।मवई के बीपीएम आशुतोष कुमार ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने,गर्भवती की बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, प्रसव पूर्व जांच एवं उन्हें समय पर उचित इलाज मुहैया कराने के लिए पीएमएसएमए दिवस प्रत्येक माह की नौ तारीख को मनाया जाता है।9 तारीख को अवकाश होने की दशा में अगले दिवस पर चिकित्सालय पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा प्रसव पूर्व जांच की जाती है।जांच के बाद आवश्यकतानुसार 50 महिलाओं को चिन्हित किया गया।जिन्हें निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर अल्ट्रासाउंड के लिए संदर्भित किया गया एवं नि:शुल्क दवा व पोषण परामर्श भी दिया गया।इसके साथ ही केंद्र पर गर्भवती के लिए सूक्ष्म जलपान की व्यवस्था भी की गयी थी ।
गर्भावस्था के दौरान 180 आयरन की गोलियों का सेवन जरूरी:डॉ शिल्पी सिंह
महिलाओं की जांच कर रही डॉ शिल्पी सिंह ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर बहुत ही सजग रहने की आवश्यकता है।इस दौरान उन्हें संतुलित और स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए जिससे गर्भस्थ शिशु को भी बेहतर आहार मिलता रहे । इसके साथ ही गर्भवती को प्रसव पूर्व सभी जांचें अवश्य करानी चाहिए।गर्भावस्था के दौरान कम से कम 180 आयरन की गोली का सेवन करना चाहिए ताकि रक्त अल्पता की बीमारी को दूर किया जा सके।
