किसान यंत्र मेला : ऑनलाइन तंत्र के चक्कर में यंत्र के लिए भटकते रहे किसान

दो दिवसीय किसान यंत्र मेले के पहले ही दिन वेवसाइड में आई दिक्कत,ऑनलाइन आवेदन पर नही आई ओटीपी,निराश लौटे किसान।
मवई(अयोध्या) ! सरकार डिजिटल सेवा को लेकर भले ही तमाम दावे कर रही है।लेकिन ये सेवा सोमवार को किसान कल्याण केंद्र मवई पर आयोजित किसान यंत्र मेले में हांफती हुई नजर आई।ऑनलाइन तंत्र का आलम ये रहा कि धरती के भगवान कहे जाने वाले किसानों को अनुदानित यंत्र के ऑनलाइन आवेदन के लिए दिन भर जूझना पड़ा।
दरअसल शासन ने किसानो को कृषि यंत्र अनुदान पर उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक ब्लाक के किसान कल्याण केंद्रों पर दो दिवसीय कृषि यंत्र मेले में विशेष स्टाल लगाने का निर्देश जारी हुआ था।जिसे लेकर सोमवार को कृषि कल्याण केंद्र पर ये कार्यक्रम आयोजित हुआ।जिसमें अनुदानित यंत्र लेने के लिए क्षेत्र के सैकड़ो किसान पहुंचे।लेकिन किसानों को ऑनलाइन आवेदन में वेवसाइड से धोखा मिलता रहा।शेरपुर गांव के किसान रामकेवल ने बताया कि उन्हें लपेटा पाइप लेना है लेकिन आवेदन की ओटीपी वेवसाइड से ही नही आ रही है।38 किलोमीटर दूर स्थित सैदपुर गांव से ब्लाक मुख्यालय पहुचे मो0 अरशद फातमी ने बताया कि इन्हें भी लपेटा पाइप लेना है लेकिन साइट न चलने से अनुदानित यंत्र नही मिल पाया।वही वीरेंद्र कुमार जो जुनेदपुर से आए स्प्रे मसीन अनुदान पर लेना है लेकिन मोबाइल पर मैसेज न आने के कारण ऑनलाइन नही हो पा रहा है।इसी प्रकार दर्जनों किसानों की भीड़ कृषि कल्याण केंद्र पर सुबह से शाम तक जुटी रही लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद ओटीपी नही मिली।जिससे किसानों बिना यंत्र लिए बैरन लौटना पड़ा।राजकीय कृषि बीज गोदाम मवई के प्रभारी उमाशंकर वर्मा ने बताया कि सुबह से लेकर शाम तक एक भी किसान का टोकन जनरेट नही हो पाया है।जिससे यंत्र नही दिया जा सका।
