अयोध्या रामोत्सव : हिमांचल प्रदेश से आए लोक कलाकारों ने “सिरमौरी नाटी” नृत्य प्रस्तुत किया

अयोध्या ! रामोत्सव के अंतर्गत “तुलसी उद्यान” अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और समस्त क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों द्वारा श्रीराम जी की स्तुति में गीत संगीत और नृत्य के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। 19 जनवरी को सायंकाल पहली प्रस्तुति में मंत्रोच्चार से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ इसके बाद स्थानीय कलाकार वाणी शुक्ला ने व्हील चेयर पर बैठकर नृत्य करके सभी को हतप्रभ कर दिया। राजस्थान से आए जस्सू खान ने “राम भजन” गाकर,भगवान राम संपूर्ण विश्व के लिए एक आदर्श है,सिद्ध कर दिया।इसके बाद इनके दल के कलाकारो ने कालबेलिया नृत्य में तमाम करतब दिखाकर सभी को स्तब्ध कर दिया।दूसरी प्रस्तुति में हिमांचल प्रदेश से आए लोक कलाकारों ने “सिरमौरी नाटी” नृत्य प्रस्तुत किया,कलाकारों के अंग संचालन और ताल पर थिरकते उनके कदमों ने सभी को झूमने पर बाध्य कर दिया। तालियों की गूंज में गुजरात के जे सी जडेजा और उनके दल हर शुभ अवसर पर किया जाने वाला नृत्य “अटेंगी” प्रस्तुत किया।कलाकारों ने तलवारबाजी के करतब भी पारंपरिक गुजराती घुन पर दिखाए।
राजस्थानी भाषा में राम भजन रजनीकांत शर्मा ने गाया तो सभी तालियों के साथ उनका साथ देने लगे।घूमर में कलाकारों ने राजस्थान के रंग बिखेरे।रामलो राम और उनके दल ने इसके बाद मंच संभाला और एक एक करके डोगरी भाषा में कई गीत के साथ नृत्य किया। तेलंगाना दल के “चक राम भजन” पर उनकी सादगी पर सभी मुग्ध थे वही सिक्किम के कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को मोह लिया। “जय सियाराम” के उद्घोष से गूंजते पांडाल में पश्चिम बंगाल के कलाकारों ने “छाऊ नृत्य” के माध्यम से “महिषासुर मर्दनी” का प्रदर्शन किया।कलाकारों की वेश भूषा और तीव्र गति सी किया गए नृत्य ने देर तक दर्शको को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। दर्शको से भरे पंडाल में कार्यक्रम का संचालन देश दीपक मिश्र ने किया।
इस अवसर पर निदेशक उ. प्र.लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ अतुल द्विवेदी समेत तमाम संत,और श्रद्धालु उपस्थित रहे
