अयोध्या : सोहावल में करोड़ो की लागत से बनी पानी टंकी चढ़ गई भ्रष्टाचार की भेंट
अयोध्या : सोहावल तहसील में करोड़ों की लागत से बनी पानी टंकी की सप्लाई व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। टंकी निर्माण कराने वाले ठेकेदार पानी सप्लाई की व्यवस्था दुरुस्त किए बिना चलता बने है। टंकी से पानी सप्लाई व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच और कार्रवाई भी अधर में लटकी पड़ी है।
बताते चले कि दशक भर पहले तहसील मुख्यालय और मुख्यालय के पास एसडीएम,तहसीलदार,नायब तहसीलदार सहित राजस्व कर्मियों के लिए बनाए गए आवासीय भवनों में पानी सप्लाई को लेकर करोड़ो की लागत से पानी की टंकी का निर्माण कार्य हुआ। सभी नए आवासों में अधिकारी और राजस्वकर्मी भी रहने लगे। लेकिन पानी की टंकी से एक बूंद पानी किसी को नसीब अब तक नही हुआ। एक बड़ी पानी की टंकी राजस्व कर्मियों के आवास के पीछे है। तो दूसरी पानी टंकी तहसीलदार आवास के पीछे है। जो विद्युत विभाग की बताई जाती है। दोनों में पानी सप्लाई बंद है। भ्रष्टाचार का आलम तो यहां तक रहा कि टंकी निर्माण कराने वाले ठेकदार पानी सप्लाई व्यवस्था दुरुस्त किए बिना चलता बने है। तहसील मुख्यालय हो या फिर आवासीय भवन या फिर तहसील से जुड़े भवन, कार्यालय की बात करें। टंकी से पानी की बूंद टपकते शायद किसी ने नहीं देखा है। जबकि आवासीय भवनों में रहने वाले अधिकारी, कर्मचारी से लेकर तहसील आने वाले वादकारी,अधिवक्ता सभी को भीषण गर्मी में इंडिया मार्का हैंडपंप और समर्सेबल का सहारा लेना पड़ता है। समय – समय पर तहसील में नलों से दूषित जल उगलने की शिकायत आने की बात भी आम हो चुकी है। करोड़ों की लागत से बनी पानी की टंकी के भ्रष्टाचार की शिकायत भाकियू के प्रदेश सचिव फरीद अहमद सहित अन्य लोग वर्षो से करते चले आ रहे है। कल मंगलावार को भी भाकियू ने एसडीएम को ज्ञापन देकर जांच और कार्रवाई की मांग रखी। जबकि संपूर्ण समाधान दिवस में भी प्रकरण डीएम नितीश कुमार के सामने भी रखा गया और पानी टंकी निर्माण की जांच और पानी सप्लाई की मांग को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है। लेकिन अभी भी जांच और कार्रवाई प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है।एसडीएम सोहावल अशोक कुमार सैनी ने बताया कि टंकी निर्माण का प्रकरण वर्षों पुराना है। टंकी निर्माण संबंधित जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।