मासूम बच्ची की मुस्कान से सूना हुआ संगीता का आंगन
आंखों की नूर की आस में चौखट पर बैठे-बैठे पत्थरा गई मां की आंखे।मां के पास सोई लापता मासूम बेटी का तीसरे दिन भी नही लगा सुराग।
फाइल फोटो-मासूम बेटी व उसके के लापता होने के बाद दुख में डूबा परिवार,बेटी के आने की आस में चौखट पर बैठी मां
मवई(अयोध्या) ! मेरी बेटी,मेरी गुड़िया तुझको ढूंडू मैं कहा।चंद समय के लिए मुझे नींद क्या आ गई,हमार चिरैया पता नही कहां उड़ गई।न किसी से रंजिश न कोई लड़ाई झगड़ा।फिर मेरी ज्योति कहां चली गई।कुछ इस प्रकार से लोगों से अपनी व्यथा को व्यक्त करते हुए एक मां की आंखों से ममता के आंसू निकल पड़े।वो अभी भी अपने घर की चौखट पर बैठकर अपने आंखों के नूर बेटी ज्योति के आने की आस लगाए बैठी है।ये मामला मवई थाना क्षेत्र के कुंडरा गांव है।जहां बुधवार की भोर अपनी मां के पास सो रही 3 वर्षीय मासूम बेटी ज्योति पुत्री विश्राम रावत रहस्मय ढंग से लापता हो गई।जिसका तीसरे दिन शुक्रवार तक कोई सुराग नही लग सका।शुक्रवार को कुंडरा गांव की लापता मासूम बेटी के पिता विश्राम रावत ने बातचीत करते हुए बताया कि मेरी तीन वर्ष की बेटी मेरे ही घर से छत पर सोते हुए लापता हो गई।आज तीसरा दिन हो गया।कोई सुराग नही लगा।गांव वालों व पुलिस के साथ कई बार हमने कुंआ तालाब खेत खलियान में खोजबीन की लेकिन कहीं पता नही चला।मेरी पत्नी जो अभी दस दिन पूर्व एक बेटी को जन्म दिया है।उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया।मेरी बेटी मेरे कलेजे का टुकड़ा था।परिवार सभी उसको बहुत मानते थे।जिधर देखो घर मे उसी का चेहरा दिखाई देता है।हम क्या करें कुछ समझ मे नही आ रहा।बड़े पिता सियाराम कहते है कि हमारी बिटिया को जमीन खा गई या आसमान।जब बेटी अपने ही घर में अपने मां के पास सुरक्षित नही बचेगी तो कहां सुरक्षित रहेगी।दादी निर्मला का तो रो रोकर बुरा हाल हो गया।मां संगीता की आंखे अब मानो पथरा गई हो।वो अपनी 12 दिन की दुधमुंही बच्ची को लेकर चौखट पर बैठी।मानों वो अपना सुध बुध खो चुकी हो।किसी के पहुंचते ही पूरा परिवार रो पड़ता है।परिजनों के करुणा क्रंदन से पूरा मोहल्ला शन्न रह जाता है।दिल द्रवित हो जाता है हर कोई माँ का हाल बेहाल देख ईस्वर से दुआ कर रहा है कि जल्द से उसकी बेटी मिल जाए।
मामले में एसओजी टीम को साथ लेकर प्रयास जारी है-सीओ
कुंडरा गांव से लापता मासूम बेटी ज्योति का तीसरे दिन भी कोई सुराग नही लगा।इस बावत जहां मवई एसओ कुछ बोलने से कतरा रहे है।वहीं सीओ आशीष निगम ने बताया कि जिस दिशा में तफ्तीश कर हम लोग आगे बढ़ रहे थे उस पर सफलता नही मिल सकी।अब एसओजी टीम को साथ लेकर नए सिरे से बच्ची की तलाश कराई जा रही है।अभी तक ऐसा कोई क्लू व सुराग हाथ नही लगा है।जिससे हम लापता मासूम ज्योति तक पहुंच सके।फिरहाल तलाश जारी है।शीघ्र ही सफलता मिलेगी।