VIDEO: 2 साल पहले बने तेलंगाना सचिवालय में हादसा, छठी मंजिल से गिरा प्लास्टर, कार हुई तबाह

बीआरएस का जवाब
इन आरोपों के बाद भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने सफाई दी और कहा कि सचिवालय परिसर और शहीद स्मारक की लागत में वृद्धि का कारण जीएसटी में हुई 6% से 18% की बढ़ोतरी और निर्माण सामग्रियों जैसे स्टील और सीमेंट की कीमतों में उछाल है, न कि कोई भ्रष्टाचार। पार्टी ने आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है।
कांट्रेक्टर का बयान
सचिवालय भवन के निर्माण के कांट्रेक्टर शाहपुर पल्लोंजी ने भी इस घटना पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद ढांचे की मजबूती पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता। उनका कहना है कि यह घटना सचिवालय के मुख्य ढांचे से संबंधित नहीं है और हादसा तब हुआ जब वहां लाइटिंग का काम चल रहा था। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी।
कब हुआ निर्माण?
बता दें कि सचिवालय भवन महज दो साल पहले ही बनकर तैयार हुआ था और इसकी गुणवत्ता को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, कांट्रेक्टर ने दावा किया है कि यह हादसा निर्माण में कोई बड़ी खामी नहीं दिखाता।
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